मध्यप्रदेश के एक गांव में है बच्चों को गोबर में डुबोने की परंपरा, कहते हैं इससे बच्चे रहते हैं स्वस्थ

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आपको सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन मध्य प्रदेश में बच्चों को गोबर में डुबोना शुभ माना जाता है. माता-पिता मानते हैं कि ऐसा करने से उनके बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और सौभाग्य उसका साथ देगा.

मध्य प्रदेश के गांव बेतुल में बच्चो को ज़बरदस्ती पकड़ कर गोबर में सनाया जाता है, वो बिलखते हैं, अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करते हैं, लेकिन उन्हें जबरन गोबर में धकेला जाता है.

गोबर में फूल डाल कर उसमें बच्चों को लोटने को कहा जाता है. लोग मानते हैं कि इससे बच्चे पवित्र हो जाते हैं. ये रिवाज़ यहां सदियों से चला आ रहा है और गांव के लोग पूरी श्रद्धा से इसे निभाते हैं.

इस रिवाज़ को दिवाली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा के दिन निभाया जाता है. दिवाली से पहले ही लोग गोबर जमा करने लगते हैं. इस रस्म में छोटे बच्चों को भी नहीं छोड़ा जाता है, उन्हें भी गोबर में लथेड़ा जाता है.

लोग गोबर के ढेर के आस-पास इकठ्ठे हो जाते हैं और बारी-बारी बच्चों को गोबर में फेंकने लगते हैं. सुबह से लेकर शाम तक ये प्रक्रिया चलती है और ध्यान रखा जाता है कि गांव का कोई भी बच्चा छूट न जाये.

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गोबर में औषधीय गुण होते हैं, इसलिए इस रिवाज़ के प्रति लोगों की श्रद्धा बनी हुई है.

Source: Storytrender 

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