अगर कैमरे की खोज 19वीं शताब्दी में न हुई होती, तो हमें अंग्रेज़ों के शानो-शौकत की कोई ख़बर तक नहीं मिलती. गुलाम भारत की ब्रिटिश कालीन कुछ तस्वीरें बताती हैं कि अपने ही देश में भारतीय कैसे अंग्रेज़ों के नौकर बने हुए थे.
इतिहास की एक शताब्दी पहले की कुछ चुनी हुई तस्वीरें ख़ास आपके लिए.
1. झोपड़ी के सामने भारतीय सेवकों के साथ अंग्रेज़ सिपाही
2. 1903 में खैरपुर से दिल्ली दरबार की ओर जाता सजा हुआ हाथी
3. Edward VII के राज तिलक में जाता हुआ रीवा के महाराजा का रथ
इस समारोह को Lord Curzon ने ब्रिटिश क्राउन के सम्मान में करवाया था.
4. 1877 में दिल्ली दरबार
5. लेडी Lord Curzon के Drawing Room में बैठा एक भारतीय नौकर (शिमला 1908)
6. पेशावर में एक ब्रिटिश अधिकारी के टेंट के पास बंधे घोड़े
7. दो अंग्रेज़ हाथी की सवारी करते हुए
8. ब्रिटिश साम्राज्य के घुड़सवारों की फौज (दिल्ली दरबार 1903)
9. सिपाहियों की ग्रुप फ़ोटो
10. भारत में रह रहा एक ब्रिटिश परिवार, अपने घर के सामने.
11. 1904 से 1906 के बीच ब्रिटिश राज में खींची गई कुछ ख़ूबसूरत तस्वीरें
12. ब्रिटिश सम्राट का ताज -1937
Garrard & Co.के द्वारा सम्राट Geroge V के लिए बनाया गया राजमुकुट. उन्होंने इसे दिल्ली दरबार में राजतिलक के समय पहना था.
13. श्रीलंका के सीलोन में रिक्शे पर बैठी दो ब्रिटिश महिलाएं (1870)
14. भारत के Viceroy, Lord Curzon सैनिकों के साथ अपने आवास पर लौटते हुए (1900)
15. Prince और Princess Of Wales की भारत और बर्मा में शाही यात्रा (1905-06)
हैदराबाद रेलवे स्टेशन पर Wales के राजकुमार और हैदराबाद के निज़ाम
जब King George V 1905 में भारत आये थे, तब वे Wales के राजकुमार थे.
17. पेशावर में Prince Of Wales
18. Prince Of Wales, ब्रिटिश अधिकारियों के Mess ‘Landi Kotal Khyber Pass’ की छत पर बात करते हुए
19. Prince Of Wales मद्रास के Banquet Hall में Purdah पार्टी में जाते हुए
20. Prince Of Wales महाराजा होल्कर से Party में बात-चीत करते हुए
21. जम्मू की शाही यात्रा पर जाते हुए Prince Of Wales
22. दिल्ली की मस्जिद में Prince Of Wales
23. ब्रिटिश प्रिंस, रंगून जाते हुए
ब्रिटिश राज में भारत की तस्वीर कुछ ऐसी थी. गुलामी के दौर की ये तस्वीरें अब इतिहास के पन्नों में दर्ज़ हैं. अब हम आज़ाद हैं और ब्रिटिश से कई मामलों में बहुत आगे भी हैं. लेकिन ये तस्वीरें हमें बताती रहेंगी, कैसे किसी सम्राट के आने पर भारतीय राजा-महाराजा उनकी अगवानी के लिए पलकें बिछा देते थे.