जब से मानव सभ्यता का अस्तित्तव है, लौकिक और अलौकिक शक्तियों को लेकर हमेशा से द्वंद्व चला आ रहा है. कुछ इंसानों में ऐसी कुछ विशेष योग्यताएं देखने को मिलती है, जिन्हें देख कर लोग सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि इस बात पर यकीन करें या नहीं. ऐसी ही योग्यताओं में एक विशेष योग्यता है भविष्यवाणी की. कुछ ख़ास लोगों में यह काबिलियत पाई जाती है कि वो भविष्य के गर्भ में छुपे राज़ निकाल कर ले आते हैं. ऐसे ही एक शख़्स हैं Craig Parker. Craig इंग्लैंड में Southhampton के रहने वाले हैं.
जब अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनावों में हर कोई ट्रम्प की हार के दावे कर रहा था, उस समय Craig ने भविष्यवाणी कर डाली थी कि इस बार अमेरिका की गद्दी पर ट्रम्प ही विराजमान होंगे.
आधुनिक जमाने के नोस्त्रेदेमस कहलाने वाले Craig ने बीते साल केवल अमेरिका के राष्ट्रपति को लेकर ही नहीं, बल्कि कुछ और महत्त्वपूर्ण भविष्यवाणियां की थीं, जिनमें से प्रमुख है ब्रिटेन का यूरोपियन यूनियन से अलग हो जाना और फ्रांस के Nice में हुआ आतंकी हमला.
Craig ने 2016 की ही तरह साल 2017 में होने वाली घटनाओं को लेकर भी कुछ महत्त्वपूर्ण भविष्यवाणियां की हैं. इन्हें उन्होंने psychics.co.uk नामक एक वेबसाइट पर पब्लिश भी किया है. इन भविष्यवाणियों में कुछ ऐसी भविष्यवाणियां भी हैं, जिन्हें पढ़ कर कोई भी नहीं चाहेगा कि वो हक़ीक़त में तब्दील हो. ऐसी ही कुछ भविष्यवाणियां निम्न प्रकार से हैं…
1. इस साल डेनमार्क और इटली भी यूरोपियन यूनियन का साथ छोड़ देंगे.
2. दुनिया को एक ख़तरनाक महामारी का सामना करना पड़ेगा.
3. पूर्वी अमेरिका और पश्चिमी अमेरिका का राजनीतिक रूप से विभाजन हो जायेगा, जिसकी वजह से वहां दंगें फ़ैल जायेंगे.
4. ब्रिटेन के Houses of Parliament को एक भीषण आगजनी का सामना करना पड़ेगा और इस घटना में किसी आतंकवादी का हाथ नहीं होगा.
5. कुछ महत्त्वपूर्ण और गोपनीय दस्तावेज़ों के सामने आने के बाद Hillary अपना इस्तीफ़ा दे देगी.
6. यूरोप के एक स्कूल पर बायोलॉजिकल अटैक होगा.
7. Kim Jung-Un का प्रभाव खत्म हो जायेगा और उत्तरी कोरिया और दक्षिणी कोरिया फिर से एक हो जायेंगे.
8. वैटिकन सिटी के पोप का अपहरण हो जायेगा और उन्हें मारने के प्रयास भी किये जायेंगे.
Craig का ये भी कहना है कि साल 2017 और 18 में दुनिया में फिर से आध्यात्म का प्रभाव सामने आएगा. आम नागरिक भौतिकवाद की गिरफ़्त से बाहर आयेंगे.
खैर, इन भविष्यवाणियों में कितनी सच होंगी और कितनी नहीं, ये तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा. फ़िलहाल ये ही उम्मीद की जा सकती है कि दुनिया में हमेशा अमन-चैन बना रहे.