क्या आप निरमा वाशिंग पाउडर के पैकेट पर सफ़ेद फ़्रॉक वाली ‘निरमा गर्ल’ के बारे में जानते हैं?

Maahi

90 के दशक में निरमा वाशिंग पाउडर की ये जिंगल तो आप सभी ने सुनी ही होगी.  

निरमा… निरमा

वाशिंग पाउडर निरमा… 
वाशिंग पाउडर निरमा
दूध सी सफ़ेदी निरमा से आई, 
रंगीन कपड़े भी खिल खिल जाए 
सबकी पसंद निरमा

निरमा वाशिंग पाउडर के पैकेट पर सफ़ेद फ़्रॉक वाली ‘निरमा गर्ल’ तो आप सभी को याद ही होगी. क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि आख़िर निरमा डिटर्जेंट के हर पैकेट पर इस लड़की की तस्वीर क्यों बनी होती है आख़िर वो है कौन? 

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तो चलिए हम बताते हैं. 

‘निरमा गर्ल’ का असल नाम निरुपमा है. दुःख की बात ये है कि निरुपमा आज हमारे बीच नहीं है. आज तक कंपनी के मालिक ने निरमा डिटर्जेंट के किसी भी पैकेट से निरुपमा की तस्वीर को रिप्लेस नहीं किया. दरअसल, इसके पीछे की कहानी बेहद भावात्मक है. 

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निरमा कंपनी की शुरुआत साल 1990 में गुजरात के रहने वाले करसनभाई पटेल ने की थी. ये कंपनी आज भी देश की सबसे बड़ी डिटर्जेंट बनाने वाली कंपनियों में से एक है. निरुपमा यानि कि ‘निरमा गर्ल’ करसनभाई की इकलौती बेटी थीं. उसको घर में सभी प्यार से निरमा बुलाया करते थे. करसनभाई ने बेटी के नाम से ही निरमा कंपनी की शुरुआत की थी. 

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एक हादसे ने छीन ली करसनभाई की ख़ुशियां  

निरमा जब स्कूल में पढ़ रही थी तभी एक दिन एक कार हादसे में उसकी मौत हो गई. करसनभाई अपनी बेटी से बेहद प्यार करते थे. वो चाहते थे कि उनकी बेटी 1 दिन दुनिया में ख़ूब नाम कमाए, लेकिन छोटी सी उम्र में बेटी की मौत ने उनके अरमानों पर पानी फिर दिया. करसनभाई बेटी के जाने का ग़म भुला नहीं पा रहे थे. 

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बेटी के नाम से खड़ी कर दी ‘निरमा’ कंपनी 

निरमा के जाने के बाद करसनभाई ने तय किया कि वो अपनी बेटी का नाम हमेशा के लिए अमर कर देंगे. उन्होंने पहले बेटी के नाम पर ‘निरमा कंपनी’ की शुरुआत की. इसके बाद डिटर्जेंट के पैकेट पर बेटी की तस्वीर छाप कर उसे हमेशा के लिए अमर कर दिया.

आज निरमा कंपनी 25 से अधिक उत्पादों में डील करती है. कंपनी में 15,000 से अधिक कर्मचारी हैं. आज निरमा 3,550 करोड़ से अधिक की कंपनी है. 

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