आपकी मातृभाषा क्या है? हिन्दी, भोजपुरी, बांग्ला, गुजराती, तमिल, मराठी या फिर कुछ और होगी.
एक कहावत है, कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी और शायद ये हमारे ही देश के लिए बनी है. एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 19,500 से ज़्यादा भाषा और बोलियां हैं. मतलब सिर चकरा गया! इतनी सारी भाषाएं यानी कि इतने सारे शब्द! सीखने बैठो तो न जाने कितने जन्म लग जाएंगे! मतलब देश के किसी भी कोने में जाओ, नए शब्दों का अंबार.
घुमक्कड़ों की ज़िन्दगी ज़रा सहज करने के लिए और अपनी Vocabulary मज़बूत करने के लिए हमने बनाई है देश के कुछ शहरों की सड़कों पर सुनाई देने वाले आम शब्द की लिस्ट .
कनचपड़ा- कनपट्टी
बमपिलाट- धांसू
फ़ाटाफ़ाटी- धांसू
नैकामी- नौटंकी
पोंदपाका- तेज़
चौकस- किसी चीज़ की तारीफ़ के इस्तेमाल किया जाता है
कंटाप- चांटा, थप्पड़
बौड़म- बेवकूफ़
टोपा- मूर्ख
गेथू- बहुत बढ़िया, अंग्रेज़ी का Epic
डुबाकुर- फ़्रॉड
अडांगू- ठंड रखो
सिंबू- धोखेबाज़
मर्सिल- जांबाज़
हाओ- हां/ठीक है
कर्रा- धांसू
काइकू- क्यों
खाली पीली- बेमतलब
बैंगन की तेरी- तुम्हारी ऐसी तैसी
हल्लू हल्लू- धीरे-धीरे
गेल%दी ग्यारस- बेवकूफ़
भिया- भैया
तिरभन्नाट- ज़बरदस्त
नी-नी करके- नहीं नहीं कर के
अपन- हम लोग
माचा- ओ भाई!
चुम्मा- इसका मतलब Kiss नहीं है. इसका मतलब है साफ़-साफ़ या Simple
एडजस्ट माडी- एडजस्ट कर लो
परवाइल्ला- कोई फ़र्क नहीं पड़ना
मामा- पुलिसवालों का कहा जाता है
हां तो ये प्रस्तुति कैसी लगी ज़रूर बताना, हम ऐसे और भी अतरंगी लेख लेकर आएंगे.