देश की मिट्टी में कहीं घुल कर रह गया उस व्यक्ति का नाम, जिसने भरे थे तिरंगे में रंग

Pratyush

दो अगस्‍त, 1876 को उस व्यक्ति का जन्म आंध्रप्रदेश में मछलीपत्‍तनम के निकट एक गांव में हुआ था. महज़ 19 साल की उम्र में वो ब्रिटिश आर्मी का हिस्सा बन गया. इस व्यक्ति की मुलाकात महात्मा गांधी से दक्षिण अफ्रीका में एंग्‍लो-बोअर युद्ध के दौरान हुई. इसके बाद ये स्‍वतंत्रता सेनानी बने. 45 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसी चीज़ बनाई, जिसे देख कर हमारी आंखें गर्व से भर जाती हैं. इसकी आन के लिए सरहदों पर जवान हंसते-हंसते शहीद हो जाते हैं. इस व्यक्ति का नाम है पिंगाली वेंकैया और 1921 में इसी व्यक्ति ने बनाया था भारत का राष्ट्रध्वज.

कैसे की थी तिरंगे की कल्पना

सालों बाद मिला सम्मान

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