Online Game की वजह से आग में झुलस गई ये बच्ची, परी बनाने का झांसा दे रहा था ये गेम

Pratyush

अक्टूबर 1958 में दुनिया का पहला वीडियो गेम बना था. इस वीडियो गेम का मकसद महज मनोरंजन था. धीरे-धीरे इस वर्चुअल गेमिंग में नवीनीकरण होने लगा. अलग-अलग लोगों और उनकी सोच को ध्यान में रखते हुए गेम बनने लगे. आज रोमांच पसंद लोगों के लिए गेम हैं, तो दूसरी तरफ़ Mind Game भी हैं. वर्चुअल गेमिंग फ़्रस्टेशन निकालने का बहुत अच्छा साधन है.

पिछले कुछ सालों से वर्चुअल गेमिंग में अपराध भी घुस गया है. ये गेम लोगों की सोच को बदलने और उनसे अपने हिसाब से काम कराने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.

रूस की पुलिस भी ऐसे ही एक गेम और उसके क्रिएटर की तहक़ीक़ात कर रही है. रूस में Winx Club: School of Witches नाम से बच्चों का एक गेम बुरी तरह वायरल हो रहा है. छोटे बच्चों का ये गेम उन्हें ‘Fire Fairies’ यानि आग वाली परी बनाने का झांसा देता है.

पांच वर्षीय Sofia Ezhova बुरी तरह से झुलस चुकी है इसकी वजह से.

रिपोर्ट के अनुसार, ये गेम बच्चों को निर्देश देता है कि अगर उन्हें Fire Fairy बनना है, तो जैसा बताया जाए वो चुप चाप उसे करें. निर्देश में लिखा था कि आग वाली परी बनने के लिए रात में जब सब सो जाएं तो उठो और अपने कमरे के तीन चक्कर लगाओ और कहो कि ‘Alfey kingdom, sweet little fairies, give me the power, I’m asking you.’ इसके बाद चुपके से किचन में जाना और चुप-चाप गैस खोल कर चली आना. अगर ये किसी को पता चला, तो जादूई मंत्र खत्म हो जाएगा.

इसके बाद चूल्हे के चारों गैस बर्नर खोल देना पर उन्हें जलाना नहीं. इससे तुम जल सकती हो. ये करने के बाद अपने कमरे में आ कर सो जाना, जब सोते हुए गैस तुम्हारे अंदर जाएगी, तो तुम सुबह Fire Fairy बन कर उठोगी. उठ कर तम्हें कहना है “Thank you Alfeya, I’ve become a Fairy.” इस बच्ची ने ऐसा ही किया और हादसे का शिकार हो गई.

इस बच्ची के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो वो तुरंत सतर्क हुई. इस मामले की जांच कर रहे ऑफ़िसर Irina Minina ने कहा है कि ये कोई सुसाइड गेम हो सकता है. हम ऐसे गेम और संदेश फ़ैलाने वाले लोगों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.

ये चिंता रूस में फ़ैलती जा रही है. ऐसे गेम बच्चों को खुदकुशी करने के लिए उकसा रहे हैं.

 एक रूसी सर्च इंजन में पिछले महीने करीब 10 हज़ार लोगों ने ये खोजा है कि ‘परी कैसे बनें.

एक महिला ने बताया कि एक दिन उन्हें देर रात में गैस की तेज महक आई. उनकी सात साल की बेटी किचन में गैस खोल कर अपने कमरे में सोने चली गई थी. उन्होंने तुरंत उसे बंद किया और जब बेटी का कम्प्यूटर देखा, तो उसमें Fire Fairy बनने के लिए ये निर्देश दिए गए थे.

सुसाइड गेमिंग की इससे पहले भी हमने जानकारी दी थी. ये बुरी तरह से बच्चों और युवाओं को अपना निशाना बना रहा है.

Article Source- Dailymail

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