दिव्यांग छात्रा को पीठ पर उठा घुमाया पूरा दिन, पढ़ें गुरु-शिष्य के रिश्ते की एक अनोखी मिसाल

Ishi Kanodiya

हम सभी के जीवन में एक ऐसा अध्यापक ज़रूर होता है, जिसने किसी न किसी तरह से हमारे जीवन को बदला होता है. हम चाह कर भी इस एक अध्यापक को नहीं भूल सकते हैं. अध्यापक हमारे दिल को छू जाते हैं और हमें कुछ इस तरह से ख़ास महसूस करवाते है जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की होती है. कुछ ऐसा ही एक अध्यापक ने अपने एक ख़ास छात्र के लिए किया है. 

लुइसविले में टली एलीमेंट्री स्कूल अपने सभी छात्रों को फॉल्स ऑफ़ ऑहियो की फ़ील्ड ट्रिप पर ले जाने वाला था. 

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ये ख़बर सुनकर स्कूल में रयान नामक एक लड़की परेशान हो जाती है. दरसल, रयान Spina Bifida से जूझ रही है. Spina Bifida रीढ़ की हड्डी का एक दोष है, जिसमें आदमी चलने-फिरने में असमर्थ हो जाता है और व्हील चेयर पर ता-उम्र बैठने को मज़बूर हो जाता है. 

स्कूल में फील्ड ट्रिप की ख़बर सुनते ही रयान की मम्मी ने सोच लिया था कि वो उसे नहीं जाने देंगी. 

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हालांकि, जिम फ्रीमैन नाम के उसके एक शिक्षक ने रयान को अपनी पीठ पर ले जाने की पेशकश की, ताकि वो अपने दोस्तों के साथ फ़ील्ड ट्रिप का आनंद ले सकें. 

रयान के टीचर के इस भाव से उसकी मां बहुत ख़ुश हुईं. फ़िर रयान की मां ने इस पूरी घटना को फेसबुक के माध्यम से शेयर किया और फ़ील्ड ट्रिप की तस्वीरें साझा कीं. 

देखते ही देखते उस पोस्ट पर लोगों ने अध्यापक की बहुत प्रशंसा की जिसने उस बच्ची को जीवन भर की एक प्यारी सी याद दे दी. 

अध्यापक का ये भाव हम सभी को प्रेरणा देगा ताकि वक़्त आने पर हम भी जरूरतमंदों की मदद कर सके. 

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