सपनों को बेचता-खरीदता मुंबई, कैसा रहा होगा 100 साल पहले, देखिए इन 30 तस्वीरों में

Shubham

‘मुंबई’, एक ऐसा शहर, जिसे किसी परिचय की ज़रूरत नहीं. हर रोज हज़ारों लोग यहां अपने सपने लेकर आते हैं और ये शहर अपनी बाहें फैलाकर उनका स्वागत करता है. कुछ के सपने पूरे होते हैं और कुछ के अधूरे रह जाते हैं. यहां एक बार जो आ जाता है, दोबारा जाना नहीं चाहता क्योंकि ये शहर जाने ही नहीं देता. 

इस शहर का शरीर बदलता गया, लेकिन इसकी आत्मा आज भी वही है. इन तस्वीरों को देखिए और ख़ुद ही तय करिए कि कितनी बदली है, आमची मुंबई.

1. मुंबई का हार्बर सीन (1880)

2. आर्किटेक्चर की ख़ूबसूरत मिसालः बॉम्बे म्युन्सिपल कॉर्पोरेशन की इमारत (1890)

3. कपड़ों की एक दुकान पर बैठे दुकानदार और ग्राहक (1920)

4. एक भारतीय सैनिक मुंबई के Debris Strewn Street पर एक हिंदू विद्रोही को हटाता हुआ (1946)

5. मुंबई के फ़ेमस ‘चोर बाज़ार’ में ख़रीददारी करते लोग

6. मुंबई की व्यस्त सड़क का दृश्य (1880)

7. अपोलो पीयर से बॉम्बे हार्बर का नज़ारा (1855-62)

8. भायखला रेलवे स्टेशन के पास जैन मंदिर की तस्वीर (1855-62)

9. ट्रामवे कंपनी का शानदार ऑफ़िस

10. दुनिया के ख़ूबसूरत स्टेशनों में से एक मुंबई का विक्टोरिया टर्मिनस

11. बॉम्बे कोर्टहाउस की एक पुरानी तस्वीर (1850)

12. कभी ऐसा दिखता था, गेटवे ऑफ़ इंडिया

13. एक पुरानी तस्वीर में कुछ ऐसा दिखता है, मुंबई का बंदरगाह

14. मुंबई की पार्टी लाइफ़ (1910)

15. पुरानी मुंबई में कलबादेवी रोड पर मंकी टेम्पल 

16. मुंबई की चहल-पहल से भरी एक गली (19वीं शताब्दी)

17. बॉम्बे हार्बर में पानी के जहाज की ख़ूबसूरत पेटिंग (1731)

18. मुंबई के टाउन हॉल में ‘एशियाटिक सोसाइटी लाइब्रेरी’ 

19. पूना न्यू स्टेशन पर खड़ी ‘मेल ट्रेन’

20. अपने काम में व्यस्त महिलाएं

21. कॉर्नवॉलिस स्मारक एवं सचिवालय का दृश्य (1855-62)

22. मुंबई का मशहूर ‘द कैथेड्रल’ (1855-62)

23. बॉम्बे पुलिस का एक दल (1855-62)

24. मुंबई के भव्य एलफ़िन्स्टन कॉलेज और ससून लाइब्रेरी की तस्वीर (19वीं शताब्दी)

25. पुरानी मुंबई की एक ख़ूबसूरत तस्वीर (1870)

26. फ़ोटो खिंचवाता हुआ एक ब्राह्मण परिवार (1870)

27. मुंबई के फ़ेमस नारियल महोत्सव में उमड़ी भीड़ (1870)

28. आम चुनाव के प्रचार के लिए इमारत पर लगा एक बैनर (1967)

29. द ताज महल पैलेस होटल: 100 साल बाद भी इतना ही ख़ूबसूरत है, ये होटल (1908)

30. मुंबई की मरीन ड्राइव और उस पर चलती गाड़ियां (1930)

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं