इस शख़्स की सुबह गौ मूत्र और गोबर के नाश्ते से होती है, कुछ इसे पागलपन, तो कुछ गौ भक्ति कहते हैं

Akanksha Tiwari

अबतक आपने गौ रक्षा से जुड़ी बहुत सी ख़बरें सुनी होगी, लेकिन आज हम आपको बताते हैं गुजरात के एक ऐसे शख़्स की कहानी, जिसे अपनी गाय से इतना अधिक प्यार है कि वो हर रोज़ नाश्ते में उसका गोबर और मूत्र लेता है. कई लोगों को ये सुनकर घिन आ सकती है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं 44 साल के विजय परसाना की. ऐसा पहली बार नहीं है, जब परसाना और उनकी गाय सुर्ख़ियां बटोर रहे हैं. परसाना अपनी गाय से ठीक उसी तरह प्यार करते हैं, जैसे एक मां अपने बच्चे से.

परसाना का कहना है, ‘गौ मूत्र पोषक तत्वों से भरा हुआ है. गौ मूत्र का सेवन करने से हमारे शरीर की सारी अशुद्धियां दूर होती है और सुबह एक कप गौ मूत्र पीने से आप रोगों से दूर रहते हैं, साथ ही स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है.’

विजय परसाना की पत्नी गीता परसाना और रिश्तेदारों को पहले लगता था कि परसाना की दिमाग़ी हालत ठीक नहीं है और वो पागल हैं, पर वक़्त के साथ-साथ परिवार ने उनके इस परिवर्तन को स्वीकार लिया. वहीं एक वक़्त ऐसा भी था, जब परसाना को जुए की लत लग गयी थी. इस बुरी आदत से निजात पाने का क्रेडिट भी वो अपनी गायों को ही देते हैं. परसाना का दावा है कि उन्होंने सिर्फ़ 22 दिन गौ मूत्र का सेवन किया और उनकी ये बुरी लत छूट गई.

आगे बात करते हुए परसाना बताते हैं, ‘मैं परिवार, काम और मेरी गायों को बराबर समय देता हूं. 5 बजे ऑफ़िस से निकलने के बाद, मैं थोड़ा वक़्त अपने परिवार के साथ बिताता हूं और फिर रात में सरस्वती (गाय) के साथ डिनर कर, टीवी देखता हूं, इसके बाद हम दोनों साथ ही सो जाते हैं.’

परसाना के पास राधा और पूनम नामक गाय भी हैं. वो इन दोनों को भी उतना ही प्यार करते हैं, जितना कि सरस्वती को. बस साइज़ बड़ा होने के कारण वो उनके घर में फ़िट नहीं बैठती.

गायों के प्रति विजय परसाना का ये प्यार देख, कई लोग इसे पागलपन या वेबकूफ़ी करार दे सकते हैं, लेकिन असल में इसे ही गौ भक्ति कहते हैं.

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