गाड़ियां धोईं, पिज़्ज़ा हट में खाना सर्व किया, राशन की दुकान पर काम किया, आज वो एक पुलिसवाला है

Sanchita Pathak

कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती और इस बात को एक बार फिर सच कर दिखाया है जम्मू कश्मीर के मोइन ख़ान ने.

28 वर्षीय मोइन उधमपुर के पुलिस ट्रेनिंग अकेडेमी में ट्रेनिंग कर रहे हैं. पुलिस ट्रेनिंग अकेडेमी तक का मोइन का सफ़र आसान नहीं था.  

मोइन ने वेटर का काम किया, गाड़ियां धोईं और 7 साल तक एक राशन की दुकान में हेल्पर का काम किया पर उसके सपने काफ़ी बड़े थे.

आईपीएस संदीप चौधरी ‘ऑपरेशन ड्रीम्स’ नाम से मुफ़्त कोचिंग क्लासेस चलाते हैं और वहीं मोइन के सपनों को पंख मिले. मोइन को एक दोस्त के ज़रिए इस कोचिंग का पता चला. शोपियां के एसएसपी संदीप चौधरी जम्मू के युवाओं के लिए ऐसी क्लासेस चलाते हैं.  

हमने जम्मू में ‘ऑपरेशन ड्रीम्स’ शुरू किया, जहां मैं सुबह 8 से 10 बजे तक 150 बच्चों को पढ़ाता हूं. मोइन ख़ान ने बहुत मेहनत की है और मुझे उस पर गर्व है. 

-संदीप चौधरी

मैं जम्मू के नागरोटा क्षेत्र के ठंडा पानी गांव से हूं. मेरे मां-बाप पढ़े-लिखे नहीं हैं और मैं अपने घर का पहला ग्रैजुएट हूं.

-मोइन

मोइन के पापा, गुजरात में दूध बेचते थे और फिर उन्होंने ढाबा खोल था. 2009 में उनका एक्सिडेंट हो गया और उसके बाद से ही परिवार की ज़िम्मेदारी मोइन पर आ गई.  

मैंने 2012 में कोरेस्पोंडेंस से कॉमर्स में ग्रैजुएशन किया और पिज़्ज़ा हट में वेटर का काम किया. 3 साल तक मेरी तनख़्वाह 2,500 थी. इसके साथ ही मैं बीबीए भी कर रहा था.

-मोइन

मोइन ख़ान की कहानी हम सबके लिए प्रेरणा है. 

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