इस दुकान पर कोई दुकानदार नहीं बैठता, लोग ईमानदारी से सामान उठा कर उसकी क़ीमत रख जाते हैं

Kundan Kumar

शहरों में किसी मॉल के दुकान के भीतर कदम रखने से लेकर बाहर निकलने तक आपके ऊपर कड़ी नज़र होती है, क्योंकि दुनिया में किसी को किसी पर भरोसा नहीं है इसलिए ऐसी व्यवस्था का होना ग़लत भी नहीं लगता. लेकिन केरल के एक गांव में लोगों को एक-दूसरे पर इतना भरोसा है कि एक दुकान बिना दुकानदार के रोज़ खुलती और बंद होती है फिर भी वहां चोरी नहीं होती. 

केरल के कन्नूर में एक ऐसी दुकान है जहां न कोई दुकानदार है, न ही कोई सेल्सपर्सन. इसी साल के 1 जनवरी को इस दुकान को खोला गया था और आज तक यहां चोरी की कोई घटना नहीं घटी. 

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इस दुकान को ‘जनशक्ति’ नाम के ट्रस्ट ने उन लोगों के लिए खोला था, जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं और काम करने में इच्छा रखते हैं. इस दुकान पर उनके द्वारा बनाए गए सामान बिकते हैं, जैसे- साबुन, डिटर्जेंट्स आदि. 

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इस दुकान के आस-पास कुछ सब्ज़ीवाले अपने ठेले लगाते हैं, इसे सुबह खोलने का ज़िम्मा उनके ऊपर ही है और जाते वक़्त इसे बंद करके भी वही जाते हैं. कोई गड़बड़ी न हो इसलिए CCTV भी लगाई गई है लेकिन अभी तो इसकी ज़रूरत नहीं पड़ी. 

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दुकान के आगे लिखा हुआ है कि इस दुकान में कोई भी दुकानदार नहीं है न ही कोई सेल्समैन, आप यहां से कुछ भी ख़रीद सकते हैं और सामान पर लिखी क़ीमत को बॉक्स में डाल सकते हैं. 

शुरूआत में इस दुकान से हर रोज़ अंदाजन हज़ार रुपये की बिक्री हो जाती थी, फिलहाल ये घट कर 750 के आस-पास हो गई है. 

जब ये दुकान खुल रही थी, तब जनशक्ति ट्रस्ट के संस्थापक सुगुनन पीएम ने कहा था कि वो आगे भी ऐसी और दुकान खोलने का विचार कर रहे हैं. 

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