थाईलैंड के इस भव्य सफ़ेद मंदिर को दुनिया का सबसे ख़ूबसूरत मंदिर कहते हैं, आपको क्या लगता है?

Ravi Gupta

थाइलैंड में एक मंदिर है. ये मंदिर जन्नत भी है और जहन्नुम भी. इस मंदिर का नाम है Wat Rong Khun. इसे थाइलैंड के वाइट टैंपल के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर को बनाने का आइडिया Chalermchai Kositpipat का था. जब वह मंदिर बनाना चाहते थे, तो उनके दिमाग में सिर्फ़ एक ही चीज़ थी कि उन्हें दुनिया का सबसे ख़ूबसूरत मंदिर बनाना है, जिसे देखने सिर्फ़ थाइलैंड के लोग नहीं बल्कि पूरी दुनिया से लोग आएं.

boredpanda

इस मंदिर की ख़ास बात ये है कि जब आप इस मंदिर के अंदर होते हो, तो आपको विश्वास हो जाएगा कि इस धरती पर Wat Rong Khun से सुंदर कोई चीज़ नहीं है. इस मंदिर के अंदर जाने का रास्ता इतना ख़तरनाक है कि आपको ये किसी जहन्नुम से कम नहीं लगेगा. मंदिर में जाने के लिए एक पुल से गुज़रना होता है, जो कि बेहद डरावना है.

boredpanda

एक बार मंदिर में एंट्री लेने के बाद वापस बाहर जाने का कोई ऑप्शन नहीं है. अगर वापस जाने के लिए मुड़ते भी हैं, तो वहां पर खड़े सिक्योरिटी गार्ड पर आप चिल्ला पड़ते हैं. बुद्धिज़म/ बौद्ध धर्म में इसे ज्ञान पाने का एक रास्ता बताया है, जो नर्क से स्वर्ग की तरफ़ जाता है. यानि अगर कुछ बनना है, तो आपको पहले सीखना पड़ेगा और सीखते हुए कई कठनाईयां भी आएंगी.

boredpanda

इस मंदिर में बौद्ध धर्म से जुड़ी तस्वीरें हैं:

boredpanda
boredpanda
boredpanda

लेकिन इससे भी ज़्यादा इंटरस्टिंग है मंदिर को बनवाने वाले की कहानी है.

boredpanda

Chiang Rai में जन्में Chalermchai Kositpipat ने अपनी स्कूलिंग और ग्रेजुएशन थाई ‘स्कूल ऑफ़ आर्ट्स’ से की. जब उन्होंने काम करना शुरू किया, तो उनकी आर्ट पर काफ़ी कॉन्ट्रोवर्सी हुई. इसलिए उन्होंने अपनी इस कला को श्रीलंका और लंदन में बेचा. जब वो कई सालों बाद अपने होमटाउन वापस आए, तो उन्होंने वहां एक मंदिर बनाने का सोचा.

boredpanda
boredpanda

साल 1997 में इस मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया गया.

boredpanda

ये कहानी थी एक आर्टिस्ट की, जिसे अपनी आर्ट से बेहद प्यार था.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं