हम अपने भविष्य को लेकर न जाने कितने सपने बुनते हैं. अपनी ज़िंदगी को हसीन बनाने के लिए हम दिन-रात एक कर देते हैं. शान-ओ-शौकत से भरी ज़िंदगी के चक्कर में हम ये भूल जाते हैं कि दुनिया में हर एक चीज़ नष्ट होने के लिए बनी है. दुनिया में मंहगी से मंहगी चीज़ भी टिकाऊ नहीं होती. यहां तक कि समय-समय के साथ-साथ आपकी यादें भी धुंधली पड़ जाती हैं.
अगर आपको य़कीन नहीं होता, तो ये तस्वीरें ख़ुद ही देख लीजिए. इन तस्वीरों को देख कर आपको अंदाज़ा लग जाएगा कि समय-समय के साथ चीज़ें कैसे जर्जर होती जाती हैं.
1. तस्वीर में दिख रहे 2 Teddy Bear में से पहला वाला Teddy 30 साल पुराना है.
2. 20 साल पहले एक भिक्षु के छापे गए Footprints अब कुछ इस तरह दिखते हैं.
3. पावर-वॉशिंग के बाद न्यू यॉर्क की ये बिल्डिंग, कितनी अलग लग रही है.
4. कई सालों पुरानी बैंक की फ़र्श भी धंसी नज़र आ रही है.
5. इतने सालों में कितना बदल गया Penny.
6. अंदाज़ा लगा सकते हैं कि इस पोल में कितने पोस्टर लगे हैं.
7. 13 साल पुरानी दोस्ती की निशानी.
8. बुज़ुर्ग महिला के चेहरे पर सूर्य की किरणों का प्रभाव.
9. ये सिल्वर Coin 1952 के दौर का है.
10. सदियों पुराना रेडियो.
11. घास पर बनी लैंप की इमेज को ध्यान से देखिए.
12. Pisa के टॉवर की सीढ़ियों की ये हालत हो गई है.
13. 1924 के दौर का है ये रेस्टोरेंट.
14. दरवाज़े की हालत देखकर कहा जा सकता है कि ये काफ़ी पुराना है.
15. कॉफ़ी कप में भी निशान पड़ गए.
16. सूर्य की रौशनी का असर Wood Floor पर देख सकते हैं.
17. बिल्डिंग से पड़ोसी तो चले गए, लेकिन अपनी निशानी छोड़ गए.
18. ये दृश्य सदियों पुराना है.
19. ये कारनामा बच्चों का है.
20. इसे देखकर डर, तो नहीं गए.
21. पोल पर निशान देख रहे हैं न अाप?
22. 30 साल पुराने Shaving Brush और नए Shaving Brush में अतंर साफ़ देखा जा सकता है.
23. 70 के दशक की Carpet कुछ ऐसी दिखने लगी है.
24. समय के साथ-साथ चॉकलेट शॉप की दिवार का पेंट भी गायब होने लगा.
25. हे भगवान! सीट बेंच का हाल तो देखो ज़रा.
26. ये सब हवा का असर है.
27. आपके साथ भी हुआ क्या ऐसा.
28. पता चल गया न कि ज़िंदगी में कोई भी चीज़ स्थिर नहीं होती.
29. लालच छोड़िए, नोटों की गड्डी में अंतर देखिए.
30. सच में कोई भी चीज़ फ़िक्स नहीं होती.
31.जंग लगने के बाद पाइप की ये हालत, तो होनी ही थी.
32. जूतों का दम.
33. क्या प्यार है.
34. इतनी मजबूत दीवार और ये हाल.
35. वक़्त के साथ Toronto का ये पिलर भी गायब होने लगा.
36. आश्चर्यचकित कर देने वाला दृश्य.
37. ये तो होना ही था.
38. इसीलिए कहते हैं कि किसी भी चीज़ से बेहद लगाव नहीं करना चाहिए.
39. बिल्ली भी कुछ कम नहीं निकली.
40. ज़िंदगी का कुछ भरोसा नहीं होता.
41. हॉरर फ़िल्म के किसी से कम नहीं लग रहा, ऑफ़िस का ये नज़ारा.
42. इसे देखकर किस सोच में डूब गए आप?
43. इंसानों द्वारा बनाई गई हैं, ये प्राकृतिक सीढ़ियां.
44. हे भगवान!
45. एक दिन हर चीज़ का नष्ट होना, संभव है.
46. इसे तो पहचानते ही होंगे आप?
47. ख़ैर है, स्कूल के दरवाज़े को कुछ नहीं हुआ.
48. किधर जाना है, कुछ समझ नहीं आ रहा.
49. एक बड़ी यूनिवर्सिटी के फ़ीमेल वॉशरूम का हाल तो बहुत बुरा है.
50. कितना ख़तरनाक लग रहा है, ये मंज़र.
51. कितने सालों पुराना है, ये कैश काउंटर भाई?
52. घर में कुत्ता होगा, तो ये तो होना ही था.
53. अब नई सीढ़ियां बनवाने का वक़्त आ गया है.
54.रोम के St Peter के चरणों की दशा तो देखो ज़रा.
55. वेटिंग रूम है या तहख़ाना?
56. गेट की ऐसी दुर्दशा होगी, सोचा था कभी?
57. अब कोई भी चीज़, ख़रीदने से पहले सोचना ज़रूर.
58. सालों पुराना है.
59. कितना पुराना है, ये तो पता नहीं. लेकिन पैर्टन अच्छा लग रह है.
60. इसे ख़राब करने से अच्छा था कि Mouse Pad का इस्तेमाल कर लेते.
61. कोई भी चीज़ स्थिर नहीं होती, हकीकत यही है.
62. इसे देखकर आप Old Is Gold, तो बिल्कुल नहीं कहेंगे.
63. अभी ये काम का है क्या?
64. सामान छोड़िए, फ़र्श पर नज़र डालिए.
65. वाह! ऐसी Knife देखी है क्या?
66. मतलब Keyboard भी नहीं बचा!
67. OMG!
68. थोड़ी टेढ़ी, पर साफ़ हैं.
69. यहां तो एक चाकू का सालों चलना मुश्किल हो जाता है, ये तो 30 साल पुरानी है.
70. एक ज़माने में बहुत प्यारी थी, ये Julet.
71. देखकर लगता नहीं कि Hand Dryer ऐसा कुछ कर सकता है.
72. दुनिया में कुछ भी मुमकिन है.
73. ये Nickel अपने अंतिम चरण पर है.
74. ग्लास ने भी अपनी छाप छोड़ी ही दी.
75. 87 साल पुरना है, ये Bronze Medallion.
76. यहां खेल सकते हैं क्या?
77. वाकई ये दृश्य अद्भुत है.
78. इस डोर बेल को 30 साल से ज़्यादा का समय हो गया है.
79. दरवाज़े को आहिस्ता भी खोला जा सकता है.
80. Butt के निशान, तो पहचान ही गए होंगे.
81. ये कड़ी सालों से यूज़ होती आ रही है.
82. 3 सालों बाद, वैसलीन की कैप का आलम देखो ज़रा.
83. पंछी भी कमाल करते हैं.