वरुण ग्रोवर: एक ऐसा गीतकार जिसके गानों में अगर ठहराव है, तो फ़ुलऑन जोश भी है

Maahi

साल 2016 में आई फ़िल्म ‘दम लगा के हइशा’ का एक गाना ‘ये मोह मोह के धागे’ इतना लोकप्रिय हुआ कि इसे बेस्ट लिरिक्स कैटेगरी में नेशनल अवार्ड दिया गया था. इस ख़ूबसूरत गाने के ज़रिये हर किसी के मन को मोह लेने वाले गीतकार थे वरुण ग्रोवर. वरुण इस समय बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन गीतकारों में से एक हैं. वरुण पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड की कई बेहतरीन फ़िल्मों के गाने लिख चुके हैं. वरुण ग्रोवर न सिर्फ़ गीतकार हैं, बल्कि वो एक बेहतरीन स्टैंडअप कॉमेडियन भी हैं. YouTube पर वरुण के लाखों फ़ैंस हैं. साल 2015-16 में 63वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार के दौरान उन्हें सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार भी मिल चुका है.

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चाहे वो ‘ये मोह मोह के धागे’ हो या फिर ‘तू किसी रेल सी गुजरती है’ वरुण ने अपने गीतों के ज़रिये बॉलीवुड को एक नया फ़्लेवर दिया. उनके गानों में मेलॉडी तो है ही साथ ही एक अलग सा ठहराव भी है, जो उनके गानों को हर किसी को बार-बार सुनने को मजबूर करता है. वरुण मेलॉडियस के साथ-साथ ‘उड़ता पंजाब’ जैसे गाने को भी अपने शब्दों से हिट बना चुके हैं.

वरुण दम लगा के हइशा, गैंग्स ऑफ वासेपुर, बॉम्बे वेलवेट, उड़ता पंजाब, मसान और आंखों देखी जैसी कई अन्य फ़िल्मों के गाने लिख चुके हैं. मसान फ़िल्म की कहानी भी वरुण की ही थी.

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