शहीदों को विदाई देते वक़्त जो धुन बजाई जाती है, वो कहां से आयी?

Akanksha Tiwari

Quora पर एक यूज़र ने सेना को लेकर एक सवाल किया. वो सवाल था कि भारतीय सेना शहीदों को विदाई देते वक़्त, जो धुन बजाती है, उसे क्या कहते हैं?  

इस सवाल का जवाब अमन राज नामक एक यूज़र ने दिया, जिसके साथ ही उसने इस धुन के पीछे की कहानी भी बताई है. मतलब ये धुन कहां से और कैसे से उत्पन्न हुई?  

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आंखों में आंसू ला देने वाली इस धुन को ‘The Last Post’ नाम से जाना जाता है.  

क्या है इसका इतिहास? 

ये बात 1862 में हुए अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान की है, जब यूनियन आर्मी कैप्टन Robert Ellicombe अपने लोगों के साथ वर्जीनिया में Harrison’s Landing के पास थे. सड़क काफ़ी संर्कीण थी, जिसके दूसरी तरफ़ Confederate आर्मी थी. वहीं रात के समय कैप्टन Ellicombe को किसी सैनिक की कराह सुनाई दी, जो जंग-ए-मैदान में बुरी तरह घायल हो गया था.  

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कैप्टन से घायल सैनिक का दर्द बर्दाशत नहीं हुआ और वो अपनी जान ख़तरे में डाल उसे बचाने के लिये निकल पड़े. वहीं जब कैप्टन बंदूक के सहारे सैनिक के पास पहुंचे, तो देखा कि बुरी तरह ज़ख्मी Confederate सैनिक मर चुका था. इसके बाद Ellicombe ने लालटेन जलाकर उसका चेहरा देखना चाह, लेकिन सैनिक को देख वो सुन्न रह गए, क्योंकि मरा हुआ सैनिक उनका अपना बेटा था. जो पिता को बिना बताये Confederate आर्मी में शामिल हो गया था. इसके साथ ही वो दक्षिण में म्यूज़िक का अध्यन भी कर रहा था.  

History

बेटे की मौत से आहत पिता ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से उसे Full Military के साथ दफ़नाने की पेशकश की और आंशिक रूप से उन्हें इसकी इजाज़त दे दी गई. इसके साथ ही Ellicombe ने बेटे के अंतिम संस्कार के लिये आर्मी बैंड के सदस्यों के एक समूह की भी मांग रखी, पर क्योंकि मृत Confederate आर्मी से था, इसीलिये उनके इस निवेदन को ठुकरा दिया गया.  

हालांकि, एक पिता की भावनाओं की कद्र करते हुए उन्हें संगीतकार देने की पेशकश की गई, जिसमें से कैप्टन ने एक बिगुलर चुना और उससे वही म्यूज़िक नोट्स बजाने के लिये कहा, जो उनके बेटे की वर्दी से निकले थे और यहीं से बनी दिल भर देने वाली ‘The Last Post’ धुन.  

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