विमेन्स डे पर महिलाओं की कुछ चाहतें और हक़ीक़त लेकर आये हैं, पढ़कर आप कहेंगी ‘सेम टू यू बहन’

Sanchita Pathak

हां जी तो महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं… आप फ़लाना ढिमकाना… थैंक्स फ़ॉर फ़लान ढिमकाना… उफ़्फ़….


हर साल महिला दिवस से पहले सभी ब्रैंड्स, सभी फ़ूड आउटलेट्स और ज़िन्दगी में मौजूद ज़्यादातर लोग इतने शुक्रगुज़ार हो जाते हैं कि दिमाग़ का दही हो जाता है. वुमनहूड को सेलिब्रेट करने के लिए 1 दिन निहित तो कर दिया गया है जो कि एक नज़रिए से ठीक भी है. ग़ौरतलब हैं कि ऐसे कई नज़रिए हैं जो इस चलन को ग़लत भी साबित करती हैं.  

महिलाओं की सेल, एक दिन की खाना बनाने की छुट्टी के अलावा भी कई चाहते होती हैं. बहुत कम महिलाएं होती हैं जो ख़ुद के लिए जीती हैं, ज़्यादातर महिलाएं दूसरों के लिए ही जीती हैं और उसी को अपना जीवन भी मान लेती हैं.


इस विमेन्स डे पर हम लेकर आये हैं महिलाएं की कुछ चाहतें और कठोर हक़ीक़त, पढ़िए, आप रिलेट कर पाएंगी-

इनमें से कुछ पॉइंट्स से आप डिसअग्री भी करेंगे जो की लाज़मी है. अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में दें. 

Superawesome Illustrations by: Saloni

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