मेरी लाइफ़ के बेस्ट डेज़ थे School Days, बस अगर उनमें ये 8 अजीबोग़रीब नियम न होते तो और मज़ा आता

Akanksha Tiwari

स्कूल

क्या हुआ

बहुत कुछ याद आ गया न?

स्कूल के दिन ज़िंदगी के ख़ूबसूरत दिनों में से एक हुआ करते थे. वो टीचर्स की डांट, दोस्तों का लंच खाना, साथ घूमना-फिरना सब बहुत याद आता है. इसके साथ ही याद आते हैं स्कूल के बनाए गए वो अजीबोगरीब रूल्स, जो उस टाइम पर काफ़ी इरिटेटिंग लगते थे, लेकिन आज उनके बारे में सोच कर हंसी आ जाती है. चलो इसी बहाने एक बार फिर से उन रूल बुक्स में खो जाते हैं.

1. दो चोटी बना स्कूल जाना

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अगर लंबे बाल रखने का शौक है, तो स्कूल में दो चोटी के बिना एंट्री नहीं मिल सकती.

2. लंबे नाखून नहीं चलेंगे

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स्कूल में लंबे और नेल पेंट लगे हुए नाखून नहीं चलते थे भाई.

3. जूते साफ़-सुथरे और पॉलिश किए हुए होने चाहिए.

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स्कूल जाने से पहले उन पर पॉलिश मारना ज़रूरी होता था.

4. लंच से पहले प्रेयर करना

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कितनी ही तेज़ भूख क्यों न लगी हो, लेकिन लंच से पहले प्रेयर करना ज़रूरी होता था.

5. स्कूल के बाद स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भाग लेना

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खेल में इंटरेस्ट हो या न हो, लेकिन स्कूल के बाद स्पोर्ट्स एक्टिविटी में हिस्सा लेना ज़रूरी होता था.

6. फ़ैशनेबल ज्वेलरी नहीं पहन सकते

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ज्वेलरी के नाम पर कानों में सिर्फ़ छोटे-छोटे टॉप्स पहनने को मिलते थे.

7. छुट्टी से पहले भी होती थी प्रार्थना

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उस टाइम पर बस यही लगता था, अब छुट्टी की घंटी बजा दो यार.

8. रक्षा बंधन पर लड़की को बना दिया जाता था बहन

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वो दिन तो याद ही होगा, जब रक्षा बंधन के दिन में स्कूल की लड़कियों को लड़कों की कलाई पर राखी बांधने के लिए कहा जाता था.

क्यों खो गए न आप भी इन रुल बुक्स में! अगर आपके स्कूल में इससे अलग कोई रूल था, तो हमसे शेयर ज़रूर करें.

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