कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर मन विचलित कर देने वाली तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. इन तस्वीरों ने सभी को थोड़ा हैरान और परेशान कर रखा है. फ़ोटोज़ में एक बेहद दुबली-पतली लड़की नज़र आ रही है. कहने को इसे आप ज़िंदा कह सकते हैं, लेकिन असल में एक लाश जैसी है.
जापान की रहने वाली इस महिला का कहना है कि इसकी इतनी बुरी हालत के लिए कोई और नहीं, बल्कि ख़ुद इसके दादा ज़िम्मेदार हैं. ख़बरों के मुताबिक, ये तस्वीरें 10 साल पहले की हैं. महिला का कहना है, ’10 सालों से उसके दादा ने उसे अपने घर पर रखा हुआ था. इसके बाद कई दिनों तक उन्होंने उसे भूखा रखा. इस दौरान अगर वो ग़लती से कुछ खा लेती, तो वो उसके पेट पर लात मारते थे, ताकि वो खाया हुआ खाना उल्टी कर दे. और जब तक वो उल्टी न कर दे, तब तक लगातर उसे पीटते रहते थे.’
कई सालों से अपने दादा की प्रताड़ना झेल रही इस महिला का वज़न अब सिर्फ़ 16 किलो रह गया था. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि उसके शरीर में कंकाल के सिवा अब कुछ नहीं बचा है. घर में दादा के अत्याचारों से परेशान होकर महिला ने ट्विटर पर फ़ोटो पर शेयर कर, अपना दुख साझा किया. फ़ोटो में महिला के शरीर की सभी हड्डियां और पसलियां नज़र आ रही हैं.
बताया जा रहा है कि जिस वक़्त महिला को उसके दादा के घर से रेस्कूय किया, तब उसकी हालत मरने जैसी थी. वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि अगर उसे अस्पताल आने में 10 मिनट की देरी हो जाती, तो उसकी मौत हो जाती.
महिला का कहना है कि उसने अपनी आपबीती इसलिए शेयर की है, ताकि लोगों में कुपोषण से होने वाले खतरों के प्रति जागरूकता आए. ट्विटर पर महिला ने लिखा, ‘जिन लोगों के साथ दुर्व्यवहार होता है, ये बात उससे थोड़ी हटके है. अगर आप खाने की किसी बीमारी से ग्रसित हैं, तो इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, मदद मांगें.’
मगर यहां सवाल ये उठता है कि जब उस महिला की कंडीशन इतनी गंभीर थी, तब भी वो शीशे के सामने खड़े होकर तस्वीर कैसे खींच पा रही थी. साथ ही कोई बिना खाए भला 10 सालों तक जीवित कैसे रह सकते है और इस दौरान उसके बाकी रिश्तेदार कहां थे. इस मुद्दे पर उसके दादा की तरफ़ से अभी कोई बयान सामने नहीं आया है. हम ये नहीं कह रहे कि ये लड़की झूठ बोल रही है, लेकिन फिलहाल हमारे पास इसकी सत्यता का कोई प्रमाण नहीं है. इस मामले में कौन सच बोल रहा और कौन झूठ, इसका फ़ैसला करना थोड़ी जल्दबाज़ी होगी.
वहीं इस घटना की सच्चाई सामने आने तक हम उसकी अच्छी सेहत की कामना करते हैं और आशा करते हैं कि उसकी सेहत में सुधार हो.