दुनिया का सबसे शांत कमरा इतना शांत है कि इसमें 45 मिनट से ज़्यादा रुकने वाला शख़्स हो सकता है पागल

Dhirendra Kumar

सुबह उठते ही कानों में पड़ने वाले ट्रैफ़िक का शोर हो या शाम ढले पड़ोसियों के लड़ने की आवाज या गहरी रात में कुत्तों के भौंकने की आवाज़, शोर हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है. 

ऐसे में हमारी बस एक ही चाहत होती है कि “काश हम किसी शांत जगह पर चले जाते!” अगर आप ऐसी जगह की तलाश में हैं तो अमेरिका के मिनेसोटा राज्य में स्थित Orfield Laboratories का दौरा कर सकते हैं. यहां है दुनिया का सबसे शांत कमरा.

smithsonianmag.com

इस लैब में एक ऐसा Anechoic चैंबर है जो बहुत बेहतरीन तरीके से Sound Waves को सोख सकता है. इसके लिए चैंबर में Sound या Electomagnetic Waves को सोखने में सक्षम सतहों (चीज़ों) का इस्तेमाल किया गया है. ये जगह इतनी शांत हो जाती है कि शोर का स्तर नेगेटिव चला जाता है, -9.4dBA तक.  

आश्चर्यजनक बात ये है कि इतने शांत कमरे में आज तक कोई इंसान 45 मिनट से ज़्यादा वक़्त नहीं बिता पाया है. कहा जाता है कि इसमें इससे ज़्यादा समय तक रहना किसी को पागल बना सकता है.

Indiatimes

Hearing Aid बनाने वाली एक कंपनी (Hearing Aid Know) से बात करते हुए लैब के संस्थापक ने बताया, “हम लोगों को इस चैंबर में अंधेरे में बैठने के लिए चैलेंज करते हैं – एक व्यक्ति इसमें 45 मिनट के लिए रुका रहा. जब कमरा शांत होगा तो आपके कान भी उसी के अनुकूल हो जाते हैं. कमरा जितना शांत होगा, आप उतना ही ज़्यादा सुनेंगे. आप अपने दिल की धड़कन सुनेंगे, कभी-कभी आप अपने फेफड़ों को सुन पाएंगे, आप अपने पेट के अंदर की गुड़-गुड़ाहट भी सुन सकते हैं. Anechoic चैंबर में आप ही शोर बन जाते हैं.”

 ऐसा कमरा बनाया क्यों गया?

ये चैंबर ऑडियो प्रोडक्ट्स की टेस्टिंग के लिए बनाया गया है ताकि उनके ऑडियो आउटपुट को और बेहतर बनाया जा सके. इस लैब का उपयोग अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष की शांति का अनुभव देने के लिए और उनको इतनी शांत वातावरण के प्रति अभयस्त बनाने के लिए होता है.

आख़िरी में यही कहा जा सकता है कि अति सर्वत्र वर्जयेत्. 

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं