यह वीडियो आपको बताता है कि क्यों ज़्यादा समझदार होना अच्छी बात नहीं होती

Ram Kishor

जब हम बच्चे थे, तो हर तरह के सपने बेझिझक देखते थे चाहे वह सपना आसमान छूने का ही क्यों न हो! लेकिन जब हम बड़े हो जाते हैं तो हमारे सपने भी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कहीं पीछे छूट जाते हैं. जब कभी हम बचपन के वो पल याद करते हैं तो हमें वो सपने भी याद आ जाते हैं जिन्हें हम कभी साकार करना चाहते थे पर आज हम उन्हें नज़रअंदाज करने का फैसला कर चुके हैं.

परिस्थितयां चाहे जो भी रही हों जिन लोगों ने खुद से समझौता किया है ज़िंदगी ने उनसे हमेशा औसत खुशियां ही दी हैं लेकिन अगर आप खुद कुछ करना चाहते हैं तो नेतृत्व करना होता है समझौता नहीं. इमोशनल फूल्स का यह वीडियो हमारे रोज़ के संघर्ष को बख़ूबी दिखता है जो हमारे ज़िंदगी और सपनों के बीच कहीं गूम हो जाता है.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं