अगर आपका काम करता है आपको घंटों बैठने के लिए मजबूर, तो आप हो सकते हैं Dead Butt Syndrome का शिकार

Akanksha Sharma

कुर्सी पर घंटों बैठे रहने से अक्सर पीठ या कंधे दर्द करने लगते हैं, कम्प्यूटर पर लगातार देर तक काम करते रहने से आंखों पर ज़ोर पड़ता है. ज़ाहिर है, ये सब बातें आपको पहले से पता होंगी क्योंकि देर तक बैठकर काम करने के नुकसान से भला कौन परिचित नहीं है? लेकिन इसका खामियाज़ा शरीर का जो अंग सबसे ज़्यादा भुगतता है उसपर आप कभी ध्यान नहीं देते होंगे. जी हां, क्या कभी आपने सोचा है कि इतनी देर लगातार बैठे रहने पर आपके कूल्हों की क्या हालत होती होगी, क्योंकि ये कूल्हे ही हैं, जो इतनी देर आपके पूरे शरीर को सपोर्ट करते हैं.

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मोटापा, डायबिटीज़, जोड़ों के दर्द के अलावा देर तक बैठे रहने के इस खतरे के बारे में कम ही लोग जानते हैं. ये है, Gluteal Amnesia और आम भाषा में इसे ‘Dead Butt Syndrome’ कहते हैं.

क्या है Dead Butt Syndrome?

इसका नाम आपको जितना मज़ाकिया लग रहा होगा, इसका प्रभाव उतना ही गंभीर है. कई लोगों को तो पता भी नहीं चल पाता है कि वो इस बीमारी से पीड़ित हैं. लंबे समय तक एक जगह बैठे रहने से कूल्हे की मांस-पेशियां बेहद कम सक्रिय हो जाती हैं. इसी को डेड बट सिंड्रोम कहते हैं. तो कहीं ऑफ़िस में काम करते-करते, लंबे टीवी प्रोग्राम देखते या फिर काउच पर बैठे-बिठाए आप जाने-अनजाने इस सिंड्रोम को दावत तो नहीं दे रहे हैं?

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ये स्थिति कूल्हे की एक मांसपेशी Gluteus Medius के ठीक से काम न करने की वजह से बनती है. इस बीमारी से न सिर्फ़ कूल्हों और पीठ में भीषण दर्द होता है बल्कि, घुटनों और एड़ियों में भी तकलीफ़ होती है. असल में जब Gluteus Medius काम करना बंद कर देता है, तो शरीर को बैलेंस रखने का भार इनपर आ जाता है. ये ज़्यादातर उन लोगों के साथ होता है जिन्हें कई घंटे कुर्सी पर बैठकर काम करना पड़ता है. हालांकि, Muscle Imbalance की वजह से ये शारीरिक रुप से सक्रिय लोगों में भी हो सकता है.

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इस परेशानी से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. ऑफ़िस के काम के बीच में कुछ ब्रेक लेते रहें. कोशिश करें कि इस दौरान आप स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करें. हो सके तो कुछ देर पालथी मारकर बैठें. अपने डेली रूटीन में थोड़ा समय टहलने के लिए भी निकालें.

काम और डेडलाइन्स के बीच आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा, वरना गंभीर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं. आपकी महत्वाकांक्षाएं एक तरफ़ और आपकी सेहत एक तरफ़. इतना तो आप समझ ही गए होंगे कि इस सिंड्रोम की वजह से आपको ‘बैठे-बैठे’ लेने के देने पड़ सकते हैं, इसलिए अपनी सेहत का खास ख्याल रखें

Article Source :Indianexpress

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