इसमें कोई दो राय नहीं कि दुबई विश्व के चुनिंदा अमीर शहरों में गिना जाता है. यहां के अमीरों की लाइफ़ ऐशोआराम से भरी है. विश्व के कई बड़े आयोजन इस चकाचौंध भरे शहर में किए जाते हैं. वहीं, हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड फ़िल्मों की शूटिंग के लिए भी दुबई एक ख़ास डेस्टिनेशन माना जाता है. लेकिन, इस शहर को लेकर कई अफ़वाहें ऐसी हैं, जिन्हें विश्व की एक बड़ी आबादी सच मानकर बैठी हुई है. आइये, इस लेख में जानते हैं दुबई से जुड़े वो 10 झूठ और उनकी सच्चाई.
1. दुबई तेल की बदौलत ही इतना अमीर बना है.
तेल के बिज़नेस से पहले दुबई के कई लोगों ने समुद्र से मोती निकालकर उन्हें बचने का काम शुरू किया था. वो इस काम में सफल भी हुए थे. फ़ारस की खाड़ी से निकाले गए मोती से बने गहनों को हमेशा सराहा गया है और महत्व भी दिया गया है. वहीं, जाकर देखें, तो पता चलेगा कि संयुक्त अरब अमीरात के हर सांस्कृतिक केंद्र और संग्रहालय में मोती के इतिहास के लिए एक ख़ास जगह दी गई है.
2. दुबई में लोकल्स के साथ अरब के लोग ज़्यादा रहते हैं.
दुबई के विषय में एक यह भी अफ़वाह है कि यहां स्थानीय निवासियों के अलावा अरब के लोग ज़्यादा रहते हैं. लेकिन, आपको बता दें यहां की 25 प्रतिशत भारतीय रहते हैं. वहीं, भारतीय के बाद यहां सबसे ज़्यादा पाकिस्तानी और उसके बाद बांग्लादेशी रहते हैं. वहीं, यहां लगभग 9 प्रतिशत स्थानीय निवासी रहते हैं.
3. दुबई में सिर्फ़ गगनचुंबी इमारतें हैं.
यहां गगनचुंबी इमारतों, मल्टीलेवल विला, अपार्टमेंट और एक मंज़िला घर भी दिख जाएंगे. वहीं, बता दें कि यहां के स्थानीय लोग निजी विला में रहना ज़्यादा पसंद करते हैं, जहां आस पास पड़ोसी भी दिखाई नहीं देंगे.
4. चीता और शेर यहां के पालतू जानवर हैं.
बता दें कि जंगली जानवरों को रखना दुबई में ग़ैर क़ानूनी है. अगर कोई चीता या शेर लेकर बाहर निकलता है, तो उसे 6 साल की सज़ा और एक निर्धारित राशि दंड के रूप में देनी होगी. वहीं, यहां आम देशों की तरह ही कुत्तों और बिल्लियों को ही पालतू जानवर के रूप में रखा जाता है.
5. दुबई में पुलिस लग्ज़री कारों का ही इस्तेमाल करती है.
दुबई की पुलिस कारों में लेम्बोर्गिनी और बेंटले भी शामिल हुई हैं. वहीं, इनके अलावा यहां, सामान्य BMW व Audi के अलावा, टोयोटा भी पुलिस की गाड़ी के रूप में सड़क पर दिख जाएंगी. स्थानीय लोगों के बीच स्पोर्ट्स कारों की बड़ी संख्या की वजह से पुलिस को ऐसी तेज़ रफ़्तार वाली गाड़ी रखनी होती हैं.
6. दुबई Ecologically एक स्वच्छ शहर है.
बढ़ती जनसंख्या, दिन-रात होते कंस्ट्रक्शन वर्क, सही वेस्ट मैनेजमेंट का अभाव व बढ़ती गाड़ियों की संख्या की वजह से दुबई को Ecologically एक स्वच्छ शहर नहीं कहा जा सकता है.
7. दुबई में कोई शराब नहीं पी सकता.
दुबई में पर्यटकों और ग़ैर-मुस्लिमों के लिए शराब की अनुमति है. हालांकि, इसके लिए एक स्पेशल कार्ड बनवाना होता है. वहीं, यहां के किसी भी बड़े होटल में जाकर शराब पी जा सकती है.
8. दुबई बच्चों के पालन-पोषण के लिए एक आदर्श स्थान है.
अधिकांश प्रवासी अपने बच्चों को उनके मूल देशों में छोड़ देते हैं क्योंकि यहां वो उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च़ नहीं उठा सकते हैं. जानकारी के अनुसार, एक पब्लिक स्कूल में पढ़ने में 11 साल के लिए $100,000 का ख़र्च आता है. इसके अलावा, यहां की गर्म जलवायु भी प्रवासी बच्चों के लिए ठीक नहीं है.
9. दुबई में ग़रीबी नहीं है.
यह भी एक बड़ी अफ़वाह है कि दुबई में ग़रीबी नहीं है. प्रवासियों के हवाले से यह कहा जा सकता है कि यहां की लाइफ़ बहुत ही महंगी है. कई प्रवासी यहां के ख़र्च न उठा पाने की वजह से अपने मूल देश चले जाते हैं. वहीं, यहां छोटे कमरों में कई लोग रहते हुए भी दिख जाएंगे.
10. दुबई अरबपतियों की राजधानी है.
एक अनुमान के अनुसार, दुनिया में लगभग 5,000 अमेरिकी डॉलर के अरबपति हैं और उनमें से केवल 20 दुबई में रहते हैं. ठीक से देखें, तो पता चलेगा कि विश्व के अरबपतियों की पहली राजधानी बीजिंग है और दूसरे स्थान पर न्यूयॉर्क आता है.