मानसून आता है तो हिल स्टेशन घूमने का सबका मन करने लगता है और जब हिल स्टेशन घूमने की बात आती है, तो हमारे दिमाग़ मे सिर्फ़ नैनीताल, मसूरी और ऐसी ही दो-तीन और जगहों के नाम ही दिमाग में घूमने लगते हैं. लेकिन, भारत में सिर्फ़ यहीं हिल स्टेशन्स नहीं हैं, जहां आप मानसून के मज़े ले सकते हैं. जानिए देश के कुछ ऐसे हिल स्टेशन्स के बारे में, जिनकी ख़ूबसूरती आपका मन मोह लेगी.
समुद्र तल से लगभग 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मुन्नार की पहचान यहां फैले चाय के बग़ानों, नदियों, झरनों और यहां के मौसम से है. ट्रैकिंग और माउंटेन बाइकिंग के लिए भी ये जगह बहुत मशहूर है.
वायनाड केरल के कन्नूर और कोझिकोड जिलों के बीच में स्थित है. हरे-भरे पहाड़ों के बीच वायनाड का प्राकृतिक सौन्दर्य लोगों को अपनी ओर खींचता है. आज की भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में सुकून पाने और तरोताज़ा होने के लिए ये जगह बेस्ट है.
समुद्र तल से 2133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तमिलनाडु का कोडईकनाल हिल स्टेशन अपनी सुन्दरता और शान्त वातावरण से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यहां का कोडाइकनाल झील सबसे सुंदर पर्यटन स्थल है.
महाराष्ट्र का बेहद आकर्षक और ख़ूबसूरत हिल स्टेशन माथेरान, मुंबई से करीब 108 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है. प्रदूषण रहित वातावरण, शानदार नज़ारों, ठंडी हवा के झोंके, दूर तक फैली हरी-भरी घाटी, बादलों और पर्वतों से घिरे माथेरान में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है.
पुणे से करीब 127 किलोमीटर दूर, सह्याद्रि की पहाड़ियों में बसे भीमशंकर मंदिर के चारों ओर का नज़ारा बेहद सुंदर है. यहां बॉम्बे पॉइंट, साक्षी विनायक, हनुमान टैंक और नागफनी प्वाइंट जैसी कई बेहतरीन जगहें हैं.
मुम्बई और पुणे से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित लोनावला और खंडाला हिल स्टेशन, हाइकर्स और ट्रैकर्स के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है. ये हिल स्टेशन्स अपने ऐतिहासिक गुफ़ाओं, अद्भुत किलों, प्राकृतिक घाटियों और ख़ूबसूरत झीलों के लिए काफ़ी फ़ेमस हैं.
पंचगनी और महाबलेश्वर हिल स्टेशन, महाराष्ट्र के सतारा ज़िले में स्थित है. पंचगनी के एक किनारे पर कृष्णा नदी बहती है, तो दूसरे किनारे पर खुला मैदान है. समुद्र तल से लगभग1372 मीटर की ऊंचाई पर बसे महाबलेश्वर हिल स्टेशन को ‘हिल स्टेशनों की रानी’ भी कहते हैं.
विशाखापट्टनम से 114 किलोमीटर दूर अरकू घाटी, आंध्र प्रदेश का फ़ेमस हिल स्टेशन है. यहां के ख़ूबसूरत नज़ारे, जंगल, झरने और सुहाना मौसम, पर्यटकों को अपनी ओर खींचता हैं.
कर्नाटक का ये ख़ूबसूरत हिल स्टेशन समुद्र तल से 1525 मीटर की ऊंचाई पर बसा है. कूर्ग के पहाड़, हरे-भरे जंगल, चाय और कॉफी के बग़ान दिल को छू लेने वाले हैं. कूर्ग अपनी प्राकृतिक ख़ूबसूरती के अलावा हाइकिंग, Cross Country और Trails के लिए भी मशहूर है.
समुद्र तल से 1090 मीटर की ऊंचाई पर बसा चिकमगलूर, कर्नाटक के चिकमगलूर ज़िले में स्थित है. यहां का मौसम और कॉफ़ी के बग़ान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. चिकमगलूर को ‘Cofee Capital of Karnataka’ भी कहा जाता है.
थेनमाला, भारत में ईको टूरिज्म का पहला योजनाबद्ध स्थल है. इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए बनाया गया है. Thenmala Ecotourism walkway, सस्पेंशन ब्रिज, परप्पर डैम और थेनमाला डैम, केरल में लोकप्रिय ईको टूरिज्म स्पॉट्स हैं.
अंबोली, महाराष्ट्र में लगभग 700 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित एक सुंदर और छोटा सा हिल स्टेशन है. अंबोली फ़ैमिली ट्रिप के लिए परफ़ेक्ट टूरिस्ट स्पॉट है. मानसून में तापमान 20डिग्री सेल्सियस हो जाने से, ये जगह बेहद ख़ूबसूरत और आरामदायक हो जाती है.
पुणे से कुछ ही दूरी पर बसा है एक ख़ूबसूरत घाट, मालशेज. इस घाट की खूबसूरती मानसून में और भी बढ़ जाती है और इस सीजन में पुणे के लोगों की ये सबसे पसंदीदा जगह होती है. हरे-हरे पुदीने में लिपटे पहाड़ और मानसून की ठंडक का एहसास आपका दिन बना देंगी.
वागामोन हिल स्टेशन केरल के कोट्टायम ज़िले में है. यहां का मौसम पर्यटकों को लुभाता है. सर्दियों में यहां का तापमान 23 डिग्री के आसपास रहता है. यहां के ऑर्किड के बगीचे लोगों को आकर्षित करते हैं.
शहर की भीड़भाड़ से दूर और प्रकृति की गोद में बसा हिल स्टेशन भंडारदरा, सह्याद्रि पर्वत पर नासिक से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. नदियां, ख़ूबसूरत पहाड़ियां, झरने और भरपूर हरियाली से भरी इस जगह में एक प्रकृति प्रेमी को सब कुछ मिलेगा, जिसकी उसे चाह होती है.
तमिलनाडु में नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा हुआ ऊटी समुद्र तल से 2240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. ऊटी को ‘हिल स्टेशन्स की रानी’ भी कहा जाता है. सभी रोमांच प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए ऊटी बेहतरीन हिल स्टेशन है.
कर्नाटक के शिमोगा ज़िले में स्थित अगुम्बे, अपनी हरियाली और झरनों के लिए प्रसिद्ध है. अगुम्बे में देखने लायक कई झरने हैं, जैसे कि बरकना झरना, कुंचिकल झरना, ओनांक अबी झरना, जोगीगुंडी झरना और कोडलु तीर्था झरना. अगुम्बे अपनी सुन्दरता के साथ-साथ ट्रैकिंग के लिए भी फ़ेमस है.
समुद्र तल से 1265 मीटर की ऊंचाई पर स्थित होर्सले हिल्स, आंध्रप्रदेश का एक ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है. गुलमोहर, यूकेलिप्टस और जकरंदा के पेड़ इस पहाड़ी को और सुंदर बना देते हैं. यहां आप ट्रैकिंग, Rapelling और Zorbing कर सकते हैं.
अगर गहराई से दार्जीलिंग की ख़ूबसूरती देखना चाहते हैं, तो मानसून से बेहतर कोई और मौसम आपके लिए हो ही नहीं सकता. दार्जीलिंग अपने चाय के बग़ानों के लिए बहुत फ़ेमस है. यहां से कंचनजंगा की पहाड़ियों का बेहद सुंदर नज़ारा दिखता है.
उत्तराखंड की कुमाऊं की पहाड़ियों में समुद्र तल से 1824 मीटर की ऊंचाई पर बसा रानीखेत एक छोटा, लेकिन बेहद ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है. प्रकृति की मनमोहक वादियों में देवदार और पाइन के घने जंगल और हिमालय का सुंदर नज़ारा देखने के लिए, दूर-दूर से सैलानियों का आना जाना यहां लगा रहता है.
दुनिया का सबसे ऊंचा ठंडा रेगिस्तान और उनके बीच नीली झीलें, साल भर बर्फ़ से ढकी रहने वाली दुनिया की सबसे ऊंची सड़कें और बहुत कुछ, इस जगह को ख़ास बनाती हैं. माउंटेन बाइकिंग के शौक़ीनों को ये जगह किसी सपने जैसी लगेगी.
मेघालय में स्थित छोटे से ख़ूबसूरत शिलॉन्ग हिल स्टेशन को पैदल घूम कर भी देखा जा सकता है. इस हिल स्टेशन को ‘भारत का स्कॉटलैंड’ भी कहा जाता है. इसकी सुंदरता देखकर यही लगता है कि प्रकृति शिलांग पर कुछ ज़्यादा ही मेहरबान है.
गोवा के बारिश का आनंद Chapora Fort और Fort Aguada में ही आता है. मानसून के समय गोवा में Fly Boarding, River Rafting और बहुत से खेलों का लुत्फ़ उठाया जा सकता है.
पुड्डुचेरी, पर्यटकों को हमेशा से लुभाता आ रहा है. यहां फ़्रेंच लोगों की बनाई इमारतें, अपनी ख़ूबसूरती की वजह से फ्रांस की वास्तुकला का बेहतरीन नमूना पेश करती हैं. यहां फ्रांस और भारत की संस्कृतियों का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है.
हिमालय की गोद में बसा है, उत्तराखंड की फूलों की घाटी. नवम्बर से मई महीने तक इस घाटी पर पूरी तरह बर्फ़ की चादर बिछी होती है, लेकिन साल के बाकी दिन यहां रंग-बिरंगे ख़ूबसूरत फूल खिले रहते हैं.
सुंदर नज़ारों, हरे-भरे जंगलों, खू़बसूरत पहाड़ियों से भरा चिरीमिरी छत्तीसगढ़ का इकलौता हिल स्टेशन है. ये शहर कोयले के खदानों, जगन्नाथ मंदिर और अमृतधारा फ़ॉल्स के लिए काफ़ी मशहूर है.
शहरों के शोरगुल से दूर, शान्त और कुदरत के बेहद करीब ज़ीरो घाटी, अरुणाचल प्रदेश की शान है. इस घाटी की ओर आते हुए सड़कों के दोनों ओर लगे ढेर सारे चीड़ के पेड़, यहां की सुंदरता को और बढ़ा देते हैं. यहां तारिन फ़िश फ़ार्म भी देखने लायक है, जहां इतनी ऊंचाई पर मछली पालन किया जाता है.
मध्यप्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी, सतपुड़ा पर्वतमाला पर ‘पहाड़ों की रानी’ के नाम से मशहूर है. इस शहर को देखने के लिए प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौकीनों लोगों की यहां भीड़ लगी रहती है.
उत्तर प्रदेश में अगर कहीं उत्तराखंड की पहाड़ियों जैसी सुंदरता है, तो वो सोनभद्र में ही है. इस शहर पर प्रकृति का आशीर्वाद है. यहां ऐतिहासिक विरासत से लेकर ख़ूबसूरत नज़ारों की भरमार है.
माउंट आबू, राजस्थान के सीहोर ज़िले में बसा हुआ एक पहाड़ी शहर है. यहां Sun Set Point, नक्की झील और कई सारे पर्यटन स्थल हैं. माउंट आबू राजस्थान और गुजरात दोनों जगहों के लोगों के लिए सबसे बड़ा हिल स्टेशन है.
समुद्री तल से लगभाग 1000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित, गुजरात का सापूतारा हिल स्टेशन बेहद सुंदर है. इस हिल स्टेशन से Sun Set और Sun Rise का बेहतरीन नज़ारा देख सकते हैं. यहां की ख़ूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाती है.
ओडिशा का ढेंकानाल हिल स्टेशन घने जंगलों और दूर तक फैले पहाड़ियों से भरा है. कपिलाश मंदिर, सप्तसाज्य, अष्टसंभू और मां तारिणी मंदिर यहां की फ़ेमस घूमने वाली जगहें हैं.
असम का डिब्रू-सैखोवा नेशनल पार्क अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर है. मानसून में यहां का मौसम और सुहावना हो जाता है. जंगली घोड़े और Wood Duck इस पार्क के मुख्य आकर्षण हैं.
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति घाटी में जहां नज़र उठाओ, वहां आपको ख़ूबसूरत नज़ारे ही नज़र आएंगे. यहां की हसीन वादियां सैलानियों को अपनी ओर खींच लाती हैं. बर्फ़ से घिरी झीलें, ठंडी हवा के झोंके और चारों ओर फैले हरे-भरे मैदान, इसकी ख़ूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं.
अंडमान और निकोबार का प्रमुख पर्यटक स्थल है, हैवलॉक आइलैंड. हर साल हज़ारों की संख्या में सैलानी यहां आते हैं. ये आइलैंड अपने ख़ूबसूरत समुद्री तटों के लिए काफ़ी मशहूर है, जिनमें राधानगर बीच, एलीफ़ेन्ट बीच और विजय नगर बीच प्रमुख है.
तो बैग पैक कर लीजिए क्योंकि मानसून की शुरुआत हो चुकी है और निकल पड़िए इनमें से ही किसी हिल स्टेशन की ओर मानसून का लुत्फ़ उठाने के लिए.