कहते हैं कि बड़ा इंसान बनने के लिये इरादे मज़बूत होने चाहिये, शोहरत अपने आप मिल जाती है. ठीक वैसे ही जैसे धीरुभाई अंबानी को मिली थी. धीरुभाई अंबानी ने मेहनत से रिलायंस इंडस्ट्री को खड़ा किया. इसके बाद उनके बेटे मुकेश अंबानी ने उनकी विरासत को आगे बढ़ाया.
अगर अंबानी परिवार के अतीत पर नज़र डालें, तो वो भी हम जैसी ही साधारण ज़िंदगी जी रहे थे. पर धीरुभाई अंबानी में कुछ अलग करने की ज़िद थी.
आज उनके पास पैसा, गाड़ी और महलों सा घर है. इतनी हाईफ़ाई लाइफ़ देख कर कौन कहेगा कि कभी ये परिवार एक छोटे से घर में रहा करता था. ये बात सबको पता है कि अब अंबानी परिवार एंटीलिया (Antilia) में रहता है, लेकिन कभी सोचा है कि Antilia से पहले वो कहां रहते थे? अगर नहीं सोचा है, तो चलिये आज आप ये हकीक़त भी जान लीजिये.
1960 से 1970 के दशक के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज़ तेज़ी से आगे बढ़ रही थी. तब धीरुभाई अंबानी अपने परिवार के साथ भुलेश्वर जय हिंद स्टेट में दो कमरे के मकान में रहा करते थे.
जय हिंद स्टेट अब वेनीलाल हाउस के नाम से जाना जाता है.
बिज़नेस में तरक्की हुई जिसके बाद वो लोग कार्मिकेल रोड स्थित ऊषा किरन सोसायटी रहने चले गये.
इसके बाद Seawinds Colaba अपार्टमेंट अंबानी परिवार का नया ठिकाना बना परिवार सही से चल रहा था कि भईयों में व्यापार को लेकर विवाद शुरु हो गया. इसके बाद मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी अलग-अलग फ़्लोर पर शिफ़्ट हो गये.
हालांकि, अंबानी परिवार की पारिवारिक कलह मीडिया से नहीं छिप पाई और मामला सार्वजनिक हो गया. जिसके बाद उन्होंने एंटीलिया का निर्माण शुरू कराया, जो कि 2010 में बन कर तैयार हो गया. कहते हैं कि ज्योतिषीय कारणों की वजह से मुकेश अंबानी 2010 की जगह 2013 में एंटीलिया में शिफ़्ट हुए थे.
देखा न महलों में रहने वाले लोग भी कभी छोटे से घर में रहा करते थे. इसलिये जैसे हो मेहनत करना सीखो और इरादे मज़बूत रखो.