कहते हैं हर बड़ी चीज़ की शुरुआत एक छोटे स्तर से की जाती है. इंसान की मेहनत और लगन उसे एक दिन बड़ा ब्रांड बना देती है. जैसे कि आज ‘बीकानेरवाला’ एक बड़ा ब्रांड बन चुका है. दुनियाभर में अपने टेस्टी फ़ूड आइटम्स के मशहूर ‘बीकानेरवाला’ की शुरुआत ‘लाला केदारनाथ अग्रवाल’ ने की थी. जिन्हें लोग प्यार से ‘काका जी’ कह कर भी बुलाते हैं. सबने ‘काका जी’ की मिठाई और भुजिया तो ख़ूब खा ली, चलिये अब जानते हैं कि उन्होंने इतने बड़े ब्रांड की शुरुआत की कैसे?
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कभी बाल्टी में भरकर रसगुल्ले बेचते थे काका जी
पराठे वाली गली में खोली दुकान
इस दौरान उन्होंने मोती बाजार और चांदनी चौक में भी दुकान खोल ली. क़िस्मत देखिये इस बीच दीवाली भी थी. इसलिये लोगों ने दुकान से जमकर मिठाई और नमकीन ख़रीदी. आलम ये था कि रसगुल्ले ख़रीदने के लिये दुकान के बाहर लोग लंबी कतार लगा कर खड़े होते थे.
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‘बीकानेरवाला’ नाम कैसे पड़ा?
एक वक़्त था जब केदारनाथ अग्रवाल ने 1956 में नई सड़क से रसगुल्ले बेचने की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. यही नहीं, कंपनी का सालाना टर्नओवर लगभग 1000 हज़ार करोड़ रुपये अधिक है. चलो इसी बात पर कुछ मीठा हो जाये?