Frooti के जितनी ही जूसी है इसके बनने की कहानी, खाने की जगह लोग पीने लगे थे आम

J P Gupta

90’s में एक फ़्रूट ड्रिंक आई थी जिसने हर घर में धूम मचा दी थी. इसका टेस्ट लोगों के टेस्ट से जुड़ा था और बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को ये पसंद थी. समझने वाले समझ गए होंगे, हम बात कर रहे हैं फ़्रूटी (Frooti) की जिसे कभी और कहीं भी चलते-फिरते या फिर बैठकर आराम से पी सकते थे.  

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स्कूल जाने वाले बच्चे तो इसे चुपके से बैग में रख ले जाते और लंच में दोस्तों को दिखा-दिखा पीते. ऐसा कुछ बच्चों ने पक्का किया होगा. ख़ैर ये तो बात रही इसकी यादों की. चलिए अब जानते हैं हम सबकी फ़ेवरेट ड्रिंक बन चुकी फ़्रूटी की शुरुआत कैसे हुई थी और क्या है इसका इतिहास. 

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ऐसे हुई शुरुआत 

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1980 के दशक में Parle Agro कंपनी फ़्रूट बेवरेज के क्षेत्र में उतरने को बेताब थी. जैसा की सभी को पता है हम इंडियन्स को आम (Mango) काफ़ी पसंद हैं तो उसने इसी को अपना टारगेट बनाया. कंपनी चाहती थी कि वो ऐसी मैंगो ड्रिंक बनाए जिसे सालभर लोग आराम से पी सकें और अपनी आम खाने की चाहत को मिनटों में मिटा सकें.  

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1985 में हुई लॉन्च

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कई सालों की रिसर्च और प्लानिंग के बाद 1985 में पार्ले एग्रो ने अपनी मैंगो ड्रिंक फ़्रूटी (Frooti) मार्केट में लॉन्च कर दी. फ़्रूटी की पैकेजिंग बहुत ही कमाल की थी. यही नहीं ये Tetra Packs में मिलने वाली पहली भारतीय फ़्रूट ड्रिंक थी. इसका स्वाद भी लाजवाब था. इसे दूसरी ड्रिंक या कोल्ड ड्रिंक की तरह बोतल में नहीं यूज़ एंड थ्रो पैकेजिंग में पेश किया गया था.  

Frooti

लोगों को पसंद आया इसका स्वाद  

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ये आइडिया और इसका स्वाद लोगों बहुत पसंद आया. क्योंकि कोल्ड ड्रिंक की बोतल को वापस करने का झंझट था और उसके टूटने का भी डर था. टूटने पर नुकसान की भरपाई भी करनी पड़ती थी, लेकिन फ़्रूटी (Frooti) के साथ ऐसा कुछ नहीं था. लोग इसे आराम से कहीं भी ले जा सकते थे और इंजॉय कर सकते थे.  

‘मैंगो फ़्रूटी फ़्रेश एंड जूसी’

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इसका प्रमोशन भी खूब जोरों से हुआ. शुरुआत में कई जगहों पर पेड़ों पर फ़्रूटी लटकाई गई, जिन्हें लोग आकर आराम से ले जा सकते थे. कई स्टार्स ने भी इसके विज्ञापन कर इसे हिट बनाया. इसका जिंगल ‘मैंगो फ़्रूटी फ़्रेश एंड जूसी’ भी लोगों के बीच काफ़ी हिट रहा. मगर इसकी कामयाबी में सबसे बड़ा हाथ था इसका हर जगह मिल जाना और किफायती दाम.  

2000 करोड़ रुपये का बिज़नेस

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फ़्रूटी (Frooti) की क़ीमत बहुत ही कम थी, बच्चे छोटे ट्रायएंगल या रेक्टेंगल शेप वाली सस्ती फ़्रूटी ख़रीद सकते हैं और बड़े बड़ी बोतल की मदद से आराम से कम दामों पर आम की इस ड्रिंक का लुत्फ़ उठा सकते हैं. आज पार्ले एग्रो फ़्रूटी के ज़रिये हर साल लगभग 2000 करोड़ रुपये का बिज़नेस करती है. 35 साल पहले लॉन्च हुई इस ड्रिंक का टेस्ट आज भी लोगों को खूब भाता है. फ़्रूटी भारत में दूसरे नंबर की सबसे अधिक पसंद की जाने वाली मैंगो ड्रिंक है. 

सच में फ़्रूटी के जितनी ही जूसी है ना इसकी कहानी.   

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