दिल्ली का ‘कनॉट प्लेस’ हमेशा से ही दिल्ली के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है. आज़ादी के वक़्त ‘कनॉट प्लेस’ से होकर ही कई रैलियां इंडिया गेट तक पहुंची थी. इसे सन 1933 में ‘लुटियंस दिल्ली’ के शोपीस के रूप में एक प्रमुख व्यापार केंद्र के तौर विकसित किया गया था.
‘कनॉट प्लेस’ का निर्माण कार्य 1929 में शुरू किया गया था, जबकि 1933 में बनकर ये तैयार हुआ था. Connaught And Strathearn के प्रथम ड्यूक प्रिंस आर्थर के नाम पर ही इसका नाम ‘Connaught Place’ रखा गया है.
आज हम आपको आपके फ़ेवरेट शॉपिंग डिस्टिनेशन ‘कनॉट प्लेस’ की 70 साल पुरानी तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं.
1- 70 साल पहले कुछ ऐसा दिखता था ‘कनॉट प्लेस’.
2- 1955 में जब ‘सोवियत संघ’ के प्रधानमंत्री, निकोलाई बुलगनिन ने भारत दौरा किया था.
3- इस रैली को देखने हज़ारों लोग ‘कनॉट प्लेस’ पहुंचे थे.
4- इस लग्ज़री कार में सवार थे प्रधानमंत्री, निकोलाई बुलगनिन.
5- उस दौर में कितना सुकून था, काश! आज भी ऐसा होता.
6- 70 साल पहले ‘पीवीआर प्लाज़ा’ कुछ ऐसा दिखता था.
7- कभी दोबारा देख पाएंगे ‘कनॉट प्लेस’ का ऐसा नज़ारा?
8- महंगी गाडियों में नहीं, लोग बैलगाड़ी से पहुंचते थे ‘कनॉट प्लेस’.
9- साइकिल से दोस्तों के साथ ‘कनॉट प्लेस’ की सैर.
10- ये तस्वीर देख उस दौर की कल्पनाओं में खो जाओगे.
11- कनॉट प्लेस में कभी ‘Madras Cafe’ हुआ करता था.
12- ‘कनॉट प्लेस’ की ये शांति दिल को सुकून देती है.
13- ‘कनॉट प्लेस’ की पार्किंग का अद्भुद नज़ारा.
14- भीड़ के नाम पर कुछ ऐसा दृश्य होता था ‘कनॉट प्लेस’ का.
15- ये रहा ‘कनॉट प्लेस’ का ख़ूबसूरत स्काई शॉट.
16- क्या अब भी ‘Pitmans Commercial College’ कनॉट प्लेस में है?
17- ‘कनॉट प्लेस’ में ‘Madhoram & Sons’ की दुकान अब भी है क्या?
18- किसी को याद है ‘Murphy Radio’?
19- ‘कनॉट प्लेस’ की पार्किंग का नाज़ारा.
20- उस दौर की इस सवारी को भला कौन भूल सकता है?
आज़ादी के उस दौर को देखकर कैसा लगा बताइयेगा ज़रूर?