India Largest Water Palace: भारत में ऐसी बहुत सी आकर्षक जगहें हैं, जो दुनिया से अभी भी छिपी हुई हैं. उन्हें अभी तक उतना एक्सप्लोर नहीं किया गया है और टूरिस्ट्स भी उनके बारे में बेहद कम जानते हैं. इन्हीं में से एक जगह है ‘नीरमहल‘, जो त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में झील के बीच में बसा हुआ है. इसकी ख़ूबसूरती ऐसी है कि इसको बयां करने के लिए लफ़्ज़ कम पड़ जाते हैं. आपको जानकारी के लिए बता देते हैं कि भारत में सिर्फ़ दो वाटर पैलेस हैं. एक तो राजस्थान के उदयपुर में है, जहां पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है और दूसरा त्रिपुरा में है, जिसे हम नीरमहल के नाम से जानते हैं.
इस ख़ूबसूरत महल के बारे में उत्तरी भारत के सैलानियों को बेहद कम ही जानकारी होगी, क्योंकि प्रकृति की गोद में बसे हुए इस शहर के टूरिज़्म के लिए बेहद कम ही पर्यटकों को प्रेरित किया जाता है. इसे भारत का सबसे बड़ा और अनूठा जल महल भी कहा जाता है. आज हम आपको इसी सुंदर महल (India Largest Water Palace) के बारे में बताएंगे.
India Largest Water Palace
8 सालों में बनकर तैयार हुआ था नीरमहल
नीरमहल की गिनती अगरतला के सबसे ख़ूबसूरत महलों में की जाती है. बताया जाता है कि अगरतला की राजधानी से लगभग 53 किमी दूर मेलाघर, त्रिपुरा साम्राज्य के महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य देबबर्म बहादुर की एक पूर्व शाही सीट थी. 1930 में महाराजा ने रूद्रसागर तालाब के बीच में अपना रॉयल महल बनाने का फ़ैसला किया. उन्होंने 1921 में ब्रिटिश कंपनी मार्टिन एंड बर्न्स को महल का काम सौंपा. महाराजा को हिंदू और मुग़ल आर्किटेक्चर काफ़ी आकर्षित करते थे और ये बात आपको नीरमहल के आर्किटेक्चर में साफ़ दिखाई देगी. उस दौरान रूद्रसागर तालाब को ट्विजिलिक्मा कहा जाता था. ये भी कहा जाता है कि इस महल को बनाने में लगभग 8 सालों का समय लगा था. (India Largest Water Palace)
इसका आर्किटेक्चर इतना ख़ूबसूरत था कि इसे उस दौरान महाराजा की प्राइड कहा जाता था. मौजूदा समय में नीरमहल भारत का सबसे बड़ा जल महल है. इसके अंदर 24 कमरे हैं. इसका पश्चिमी हिस्सा अंदर महल के नाम से जाना जाता है और सख्त रूप से रॉयल फ़ैमिली के लिए है. महाराजा को आर्ट्स और कल्चर का काफ़ी शौक था, इसलिए उन्होंने इसका बायां हिस्सा ओपन एयर थिएटर के यूज़ के लिए छोड़ दिया था. इस थिएटर में हर रोज़ ड्रामा, डांस, थिएटर और बाकी कल्चरल एक्टिविटीज़ हुआ करती थीं.
बेहद शानदार है इंटीरियर
इसमें मंडप, मीनारें, बालकनियां, पुल और गुंबद बने हुए हैं जिसकी वजह से यह किसी किले से कम नहीं लगता है. वाटर पैलेस में ख़ूबसूरत बगीचे, फव्वारे और आंगन हैं. इस महल को घूमने से सैलानी त्रिपुरा की संस्कृति और इतिहास के बारे में जान पाएंगे. पुराने जमाने का नीरमहल एक अद्भुत महल की तरह लगता है, जहां शाही परिवार के सदस्यों ने महल की सुंदरता, स्थान और समृद्ध संस्कृति का आनंद लिया. यहां का सबसे पास रेलवे स्टेशन कुमारघाट और धर्म नगर है जहां से आगे का सफर आपको बस से करना पड़ेगा. इसी तरह से निकटतम हवाई अड्डा अगरतला हवाई अड्डा है.