अख़बार (Newspaper): हमारी ज़िंदगी का वो हिस्सा है, जिसके बिना ज़िंदगी अधूरी है क्योंकि जिन्हें अख़बार (Newspaper) पढ़ने की आदत है वो जब तक सुबह पूरा न्यूज़पेपर न पढ़ लें तब तक उनका दिन पूरा नहीं होता है. हालांकि, कोरोना की महामारी ने लोगों से अख़बार पढ़ने का वो मज़ा छीन लिया था, लेकिन लोग फिर से अपनी नॉर्मल लाइफ़ जाने लगे हैं और अख़बार वाली सुबह दोबारा से होने लगी है. रोज़ हों या कभी-कभी अख़बार पढ़ने वाले लोग क्या आपने कभी एक चीज़ नोटिस की है? वो ये कि अख़बार के आख़िर के पन्ने में सबसे नीचे चार रंग के डॉट्स (Colorful Dots On Newspaper) होते हैं. दरअसल, ये डॉट्स अख़बार में रोज़ प्रिंट होते हैं, रोज़ ये सेम करल के होते हैं.
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अख़बार (Newspaper) में डॉट्स का क्या मतलब होता है?
अगर आप रोज़ भी अख़बार पढ़ते हैं तबभी नहीं ध्यान दे पाए तो कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि इसका मतलब अख़बार की प्रिंटिंग से जुड़ा है. दरअसल, चार रंग के ये चार डॉट ये बताते हैं कि अख़बार को किस प्रिंटिंग के ज़रिए छापा गया है. चार रंगों वाली इस ख़ास तरह की प्रिंटिंग को CMYK प्रिंटिंग कहा जाता है.
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अख़बार (Newspaper) में दिखने वाले इन चार कलर के शॉर्ट फ़़ॉर्म का फ़ुल फ़ॉर्म होता है. C का मतलब Cyan (हल्का आसमानी), M का मतलब Magenta (मजेंटा), Y का मतलब Yellow (पीला) और B का मतलब Black (काला) होता है.
इन रंगों को किस आधार पर दर्शाया जाता है
दरअसल, किसी भी इमेज को प्रिंट करते समय इन चार रंगों की प्लेटों को एक पेज पर अलग-अलग करके रखा जाता है. अगर छपाई के समय तस्वीरें धूंधली हो रही हैं, तो इसका मतलब होता है कि ये प्लेट्स सही से नहीं लगाई गई हैं, जिसे प्रिंटर आसानी से पकड़ लेता है. इसीलिए, CMYK को पंजीकरण मार्क्स या प्रिंटर्स मार्कर (Registration Marks Or Printers Marker) कहते है. आपको बता दें, ऐसा सिर्फ़ अख़बार को प्रिंट करने के लिए नहीं, बल्कि बुक को भी प्रिंट करने के लिए किया जाता है, लेकिन जब पेज काटे जाते हैं तो इन प्लेट्स को हटा दिया जाता है.
CMYK प्रिंटिंग प्रक्रिया की विशेषताएं क्या होती हैं?
इस प्रक्रिया में जिन चार रंगों को लिया जाता है, वो किसी भी प्रिटिंग का सबसे सस्ता और अच्छा साधन है क्योंकि ये बड़ी मात्रा में प्रिंटिंग करने के लिए टोनर आधारित या डिजिटल प्रिंटिंग से काफ़ी सस्ती होती है. और जो प्रिंटर इस प्रक्रिया के तहत काम करते हैं वो इस बात का भी आंकड़ा लगा लेते हैं कि रोज़ कितने अख़बार प्रिंट हुए हैं. ये कलरफ़ुल डॉट्स ‘प्रिंटर के मार्कर’ के रूप में काम करते हैं.