‘राजदूत’ बाइक के बारे में सब जानते हैं लेकिन बहुत कम लोग ही इसको बनाने वाली कंपनी का पता है

Kratika Nigam

Rajdoot Bike: हमारे पड़ोस के घर में एक बाइक बड़े रौब से खड़ी थी, जिसका नाम राजदूत था. भले ही वो चलती नहीं थी मगर उसमें रुआब कम नहीं था साथ ही उस बाइक के मालिक में भी ग़ज़ब का टशन था. वो अक्सर हमें बताते थे कि ये राजदूत इस कॉलोनी में हमने पहले ली थी. भाई, इस बाइक पर टशन करें भी क्यों न, क्योंकि राजदूत का ज़माना जब था तब सिर्फ़ वही था. इसके पीछे की वजह इसकी पावर और 2 स्ट्रॉक इंजन हैं, जो काफ़ी लंबे समय तक चलने का दावा करते हैं. कहीं आप भी तो बाकी लोगों की तरह ये नहींं सोचते कि राजदूत कंपनी का नाम है.

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अगर ऐसा होता है तो फिर आपको राजदूत बाइक (Rajdoot Bike) से जुड़े इस तथ्य के बारे में ज़रूर जानना चाहिए, जिससे आपकी बहुत बड़ी ग़लतफ़हमी दूर हो जाएगी.

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दरअसल, Escorts Company ने 1962 में राजदूत बाइक को लॉन्च किया था, जिसमें Rajdoot GTS 175 और Rajdoot 125 CC शामिल थी. राजदूत मॉडल का नाम था और ये नाम इतना फ़ेमस हुआ कि कंपनी का नाम कहीं खो गया. एस्कॉर्ट ने यामाहा के साथ मिलकर भी बाइक का प्रोडक्शन किया.

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RD350 की कहानी 1970 के दशक के दौरान शुरू हुई, जब यामाहा मोटर्स, जापान ने RD350 B को लॉन्च किया, जो यामाहा 350s की कॉपी थी, जिसने Daytona, Spa, Laguna Seca, Talladega, Imola और कई अन्य प्रसिद्ध रेसों में जीत हासिल की थी. उन सालों में, RD ने अपने बेहतर प्रदर्शन से 750cc चार-स्ट्रोक मशीनों को मात दिया. इसने इसे स्ट्रीट बाइक के बजाय रोड रेसर के रूप में अपनी पहचान बनाई. इसे Yamaha TZ350 रेसिंग बाइक के बाद बनाया गया था.

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इसके बाद, 1983 में कंपनी ने 350 CC या RD 350 CC मार्केट में लॉन्च की, जो Rajdoot GTS 175 से ज़्यादा पावरफ़ुल थी. इसमें RD का फ़ुल फ़ॉर्म ‘Race Derived’ है. ये बाइक राजदूत बाइक लॉन्च करके यामाहा भी भारत में अपनी ख़ास जगह बना रही थी. इन दोनों कंपनियों ने Royal Enfield जैसे बुलेट ब्रांड को ख़ासा प्रभावित किया और ज़बरदस्त टक्कर दी.

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आपको बता दें, उस दौर में राजदूत बाइक काफ़ी लोगों की पसंद बन गई थी. इस बाइक की स्टाइल और स्टेबिलिटी ने लोगों का दिल जीता था. कहा जाता है कि 80 के दशक में इस बाइक ने हर उस व्यक्ति के सपने को पूरा किया, जो बाइक ख़रीदना चाहता था.

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