LGBTQ+ समुदाय के हक़-हकूक के लिए लड़ रही हैं ये 5 संस्थाएं, चाहें तो आप भी जुड़ सकते हैं

J P Gupta

LGBTQ समुदाय के लिए जून का महीना बहुत ही ख़ास होता है. इस महीने को प्राइड मंथ के तौर पर मनाया जाता है और देश और दुनिया में प्राइड मार्च का आयोजन किया जाता है. इस समुदाय के प्रति लोगों को जागरूक करने और उनकी सहायता के लिए हमारे देश में भी बहुत से लोग और संस्थाएं काम कर रही हैं.   


आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसी संस्थाओं के बारे में जो LGBTQ समुदाय की हेल्प करने में दिन रात जुटी हुई हैं.

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1. Humsafar Trust 

हमसफर ट्रस्ट नाम के इस संगठन की शुरुआत 1994 में अशोक रो कवि ने की थी. मुंबई में बेस्ड ये ट्रस्ट समलैंगिक पुरुषों और समलैंगिक महिलाओं के लिए है. इनके यहां एक क्लीनिक भी है जो इस समुदाय के लोगों की हेल्थ का ख़्याल रखने और उन्हें हुई बीमारियों का उचित इलाज करता है. यहां समय-समय पर पोषण, मानसिक तनाव और क़ानूनी सहायता के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी किए जाते हैं. आप इनसे यहां क्लिक कर संपर्क कर सकते हैं.

2. Indian Aces 

डॉ. प्रगति सिंह ने इंडियन एसेस संस्था की शुरुआत 2014 में की थी. LGBTQIA+ समुदाय के लोगों को हर तरह की मदद करने के लिए तैयार रहती है ये संस्था. इसलिए वो समय समय पर कई प्रकार के इवेंट्स भी करती है. साथ में इस समुदाय से होने वाले दूसरे कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जानकारी देती है. 

3. Sappho For Equality 

2003 में स्थापित कोलकाता की ये संस्था LGBTQ समुदाय और आम लोगों के बीच की खाई को पाटने में जुटी है. ये इस समुदाय के लोगों को उनका हक़ और समाज में समान सम्मान दिलाने के लिए लड़ने की जानी जाती है. इनसे आप यहां क्लिक कर कॉन्टैक्ट कर सकते हैं.

4. Nazariya 

नज़रिया को दिल्ली में समलैंगिक नारीवादी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने 2014 शुरू किया था. ये संस्था LGBTQ समुदाय के लोगों की पढ़ाई, आजीविका, स्वास्थ्य आदि मुद्दों पर काम करती है और उन्हें हर संभव मदद दिलाने की कोशिश करती है. आप इनसे यहां संपर्क कर सकते हैं.

5. Ya_All

भारत के उत्तर पूर्व क्षेत्र में पंजीकृत ये पहली संस्था है जो LGBTQ समुदाय के लोगों के लिए काम करती है. मणिपुर की इस संस्था का नाम Ya_All है जिसे मणिपुरी में यवोल और हिंदी में क्रांति कहा जाता है. इसका मकसद समुदाय के लोगों को समान अवसर और भेदभाव मुक्त समाज बनाना है. इनसे संपर्क करें यहां.

आप चाहें तो आप भी इन लोगों की मदद के लिए इन संस्थाओं को दान या फिर अपना क़ीमती वक़्त दे सकते हैं.

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