Longest Rivers In India: नदियों के किनारे ही मानव सभ्यता विकास हुआ है. किसी भी देश का इतिहास उठा कर देख लीजिए, नदियों के किनारे ही उसके प्रसिद्ध शहर बसे मिलेंगे. भारत में भी कई नदियां बहती हैं जो इसकी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करती हैं.
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1. गंगा- 2525 किलोमीटर
ये भारत की सबसे लंबी नदी है. हिंदू धर्म में इसे सबसे पवित्र नदी माना जाता है. ये गंगोत्री से निकलती है और उत्तराखंड, यूपी, बिहार, बंगाल होते हुए बांग्लादेश पहुंचती है और बंगाल की खाड़ी में समंदर में समा जाती है. यमुना, कोसी, गोमती, सोन, गंडक, घाघरा इसकी कुछ सहायक नदियां हैं.
2. गोदावरी- 1465 किलोमीटर
गोदावरी भारत की दूसरी सबसे लंबी सरिता है. इसे दक्षिण की गंगा भी कहा जाता है. ये नदी महाराष्ट्र में त्र्यंबकेश्वर, नासिक से शुरू होती है और छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से होकर गुजरती है. अंत में ये बंगाल की खाड़ी में समा जाती है. पूर्णा, प्राणहिता, इंद्रावती और सबरी इसकी सहायक नदियां हैं. इसके किनारे नासिक, नांदेड़ और राजमुंदरी जैसे शहर बसे हैं.
3. कृष्णा- 1400 किलोमीटर
महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों की जल का मुख्य साधन ये सरिता है. इसका उद्गम स्थल महाबलेश्वर है और ये भी बंगाल की खाड़ी तक जाती है. कृष्णा नदी की मुख्य सहायक नदियां भीम, पंचगंगा, दूधगंगा, घटप्रभा, तुंगभद्रा हैं. सांगली और विजयवाड़ा इसके किनारे बसे कुछ प्रमुख शहरों में से एक हैं.
4. यमुना- 1376 किलोमीटर
यमुना रिवर के किनारे बसी है देश की राजधानी दिल्ली. ये सरिता यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है. हिंडन, शारदा, ऋषिगंगा, हनुमान गंगा, चंबल, बेतवा, केन इसकी सहायक नदियां हैं. ये उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों से होकर गुज़रती है.
Longest Rivers In India
5. नर्मदा- 1312 किलोमीटर
अमरकंटक से निकलने वाली इस सरिता को रावी रिवर भी कहते हैं. ये देश की दूसरी नदियों की तरह पूर्व की ओर नहीं पश्चिम की ओर बहती है. इसे गुजरात और मध्यप्रदेश की लाइफ़ लाइन भी कहा जाता है. इसके जल को भी लोग पवित्र मानते हैं. ये भी भारत की सबसे लंबी नदियों(Longest Rivers In India) में से एक है.
6. सिंधु- 1114 किलोमीटर
ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता इस सरिता के किनारे ही बसी थी. ये मानसरोवर झील से निकलती है और लद्दाख, गिलगित और बाल्टिस्तान होते हुए पाकिस्तान में एंटर करती है. सोन, झेलम, चिनाब, रावी, सतलुज और ब्यास इसकी कुछ सहायक नदियां हैं. इसकी कुल लंबाई 3180 किलोमीटर है.
7. ब्रह्मपुत्र- 916 किलोमीटर
इस रिवर को असम राज्य की जीवन रेखा कहा जाता है. मानसरोवर झील के पास बने अंगशी ग्लेशियर(चीन) से ये सरिता निकलती है. चीन में इसे यारलुंग त्संगपो रिवर के नाम से जाना जाता है. ये असम से होते हुए बांग्लादेश पहुंचती है और फिर बंगाल की खाड़ी में समा जाती है.
8. महानदी- 890 किलोमीटर
छत्तीसगढ़ के रायपुर ज़िले से निकलने इस वाली सरिता को ओडिशा का संकट भी कहा जाता है. इतिहास में इसने बाढ़ के ज़रिये इस राज्य में बहुत तबाही मचाई थी. इस पर बने हीराकुंड बांध ने इस पर लगाम लगाई है. मांड, इब, हसदेव, ओंग, पैरी नदी, जोंक, तेलेन इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं.
9. कावेरी- 800 किलोमीटर
ये तमिलनाडु की सबसे बड़ी रिवर है. इसका उद्गम स्थल पश्चिमी घाट में ब्रह्मगिरि पहाड़ी है. यहां से ये कर्नाटक राज्य होते हुए पूर्वी घाट में जाती है और फिर बंगाल की खाड़ी में समुद्र से मिल जाती है. इसे भी पवित्र सरिता माना गया है.
10. ताप्ती- 724 किलोमीटर
ये भी एक प्रायद्वीपीय नदी है जो बैतूल ज़िले से निकलकर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से होकर खंभात की खाड़ी में गिरती है. पूर्णा, गिरना नदी, गोमई, पंजारा, पेधी और अर्ना इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं.
इन्हें याद कर लो GK के टेस्ट में काम आएंगी.