Royal Liquors Of Rajasthan: भारत की आज़ादी से पहले, राजस्थान के रॉयल परिवार के पास शराब बनाने का मालिकाना अधिकार था. जिनमें से कुछ डिस्टिल्ड भी हुआ करती थी. लेकिन आज़ादी के बाद भारत में बहुत से बदलाव आए थे. जिसके बाद, भारत सरकार ने 1956 में सारे अधिकार छीन लिए थे.
1998 में जोधपुर के राजा महाराजा गजसिंहजी ने राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि हेरिटेज शराब को फ़िर से शुरू किया जाए, ताकि राजस्थान की विरासत का अहम हिस्सा संरक्षित रह सके. 2005 में जब वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री थीं, तब अनिल सिंह और Rajasthan State Ganganagar Sugar Mills (RSGSM) के डिप्टी जनरल मैनेजर ने मिलकर पहल की और इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया. जिसके बाद RSGSM ने कुल 8 शराबों को शुरू करने मंज़ूरी दी गई थी. साथ ही इसके अलावा और भी प्रचिलित शराब हुआ करती थी. चलिए इसी क्रम में आज इस आर्टिकल के माध्यम से राजस्थान की रॉयल शराबों (Royal Liquors Of Rajasthan) की तस्वीर दिखाएंगे.
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चलिए नज़र डालते हैं राजस्थान की रॉयल शराब पर (Royal Liquors Of Rajasthan)-
1- रॉयल केसर कस्तूरी (Royal Kesar Kasturi)
2- रॉयल जगमोहन (Royal Jagmohan)
3- रॉयल मावलीन (Royal Mawalin)
4- रॉयल चन्द्रहास (Royal Chandrahaas)
5- रॉयल रोज़ (Royal Rose)
6- रॉयल इलायची (Royal Elaichi)
7- रॉयल सौंफ़ (Royal Saunf)
8- रॉयल एप्पल ऑरेंज (Royal Apple Orange)– Discontinued
9- महनसर शराब (Mahansar Liquor)