सुबह-सुबह ब्रेड-बटर का नाश्ता करने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती है. ये नाश्ता काफ़ी हेल्दी भी होता है. मगर कुछ लोग इसे फ़ैट और कैलोरी के चलते खाने लायक नहीं समझते हैं. उन्हें लगता है इसमें मौजूद फ़ैट से दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं या इसमें होने वाली कैलोरी से वज़न बढ़ने की समस्या हो सकती है.
अगर आप भी उनमें से एक हैं और इस नरम-नरम हेल्दी और टेस्टी मक्खन को इतना सख़्त समझते हैं, तो ये बातें जानना बहुत ज़रूरी है जिनको वैज्ञानिकों ने साबित किया है.
क्यों खाएं?
इन सबके चक्कर में कुछ लोग इसे खाते हैं, तो कुछ लोग इसके सेवन से बचते हैं. मगर मक्खन में विटामिन ए, डी, ई और के-2 भरपूर होता है. ये सेलेनियम और आयोडीन जैसे ट्रेस खनिजों का भी एक अच्छा स्रोत है और इसमें दो फ़ायदेमंद फ़ैटी यौगिक और लिनोलिक एसिड होते हैं, जो कैंसर से बचाने में मदद करता है. साथ ही ब्यूटाइरेट तत्व पाचन को ठीक करता है.
मक्खन हेल्दी होता है
PLOS One पत्रिका में आई एक स्टडी के अनुसार, 6,30,000 से अधिक ऐसे लोगों पर शोध किया गया, जिन्हें डायबिटीज़ और हृदय सम्बंधी समस्याएं हैं और वो मक्खन खाते हैं. इससे पता चला कि मक्खन खाने से हृदय रोग का जोखिम नहीं बढ़ता है. वास्तव में, जो लोग रोज़ मक्खन खाते हैं उन्हें टाइप -2 डायबिटीज़ होने का ख़तरा 4% कम हो जाता है. इसके अलावा एक और स्टडी में पाया गया है कि मक्खन जैसे हाई फ़ैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से मोटापे का ख़तरा कम होता है.
आखिर में
इन स्टडीज़ के बारे में जानने के बाद आपको मक्खन को लेकर जो भी ग़लतफ़हमी हैं, वो दूर हो जाएंगी. मक्खन खाने से हार्ट के जोखिम का ख़तरा कम हो जाता है. साथ ही मोटापे की समस्या भी नहीं होती है. इसलिए इसका सेवन करें. ये स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है.
बहुत फ़ायदेमंद है ये मक्खन.
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