भारत में भले ही मैनहोल का इस्तेमाल, बॉलीवुड में बेवड़ों द्वारा पच्चीस-छब्बीस गिनने के लिए किया जाता हो, लेकिन जापान में मैनहोल के ढक्कन को भी खास महत्व दिया जाता है. जापान की करीब 1,780 नगर पालिकाओं के मैनहोल कवर कला का आकर्षण बने हैं. इन मैनेहोल के कवर पर बनी पेंटिंग्स में अलग-अलग शहरों की पहचान झलकती है. चाहे वो नदी हो, कोई सीनरी या कोई जानवर. इसकी शुरुआत साल 1980 से हुई थी, जब जापान के कुछ शहरों में सीवर सिस्टम के आधुनिकीकरण की बात रद्द कर दी गई थी. इसके बाद एक अधिकारी मैनहोल को शहर के हिसाब से कस्टमाइज़ करने के आइडिया के साथ आया.