Parenting Books: बच्चों को संभालने के लिए किताब ख़रीदने से पहले 5 टिप्स ज़रूर ध्यान रखें

J P Gupta

बच्चों (Kids) की परवरिश करना आसान काम नहीं है. बच्चे एक ही वक़्त में ख़ुश, उदास, कन्फ़्यूजिंग और भ्रमित करने वाले हो सकते हैं. कुल मिलाकर ये माता-पिता के लिए अबूझ पहेली जैसे होते हैं. इनको ख़ुश रखना बड़ा ही मुश्किल टास्क है.

shethepeople

इसलिए बहुत से पैरेंट्स अपने बच्चे की अच्छे से देखभाल करने के लिए किताबों का सहारा लेते हैं. मार्केट में बहुत सारी Parenting Books हैं, जो इस संदर्भ में आपकी मदद कर सकती हैं. चलिए जानते हैं इनमें से बेस्ट पैरेंटिंग बुक चुनते समय ध्यान रखने वाली टिप्स के बारे में…

ये भी पढ़ें: मह लक़ा चंदा: दुनिया की पहली महिला जिसकी ग़ज़लों की किताब छपी थी 

1. किसने और क्यों लिखी? 

lifehack

पैरेंटिंग बुक लिखने के लिए किसी का डिग्री धारक या अनुभवी होना ज़रूरी नहीं. ना ही ज़्यादा बच्चों की परवरिश करने वाला इसके लिए सही है. इसलिए जब भी ऐसी किताब ख़रीदें तो ध्यान रखें कि ये किसने और क्यों लिखी है. ऐसे लेखक जो पैरेंटिंग में फ़ेल हुए या फिर अपनी परवरिश के बुरे बर्ताव आदि के ग़ुस्से को निकालने के लिए लिखते हैं, ऐसे लेखकों की बुक ख़रीदने से बचें. 

ये भी पढ़ें: किताबें बहुत सी पढ़ी होंगी तुमने, मगर कितना जानते हो बच्चों की सबसे पहली किताब के बारे में ? 

2. क्या ये Parenting Book विज्ञान पर आधारित है? 

bustle

मनोवैज्ञानिक और पालन-पोषण विशेषज्ञ Laurence Steinberg का कहना है कि विज्ञान ने कई वर्षों तक इस पर अध्ययन किया है. इसके द्वारा बनाए गए नियम सटीक भी बैठते हैं. इसलिए पैरेंटिंग बुक का विज्ञान पर बेस्ड होना ज़रूरी है. इसे चेक करने के लिए क़िताब के उद्धरण, शोधकर्ताओं के नाम, स्रोत और इंडेक्स को देखें. पैरेंटिंग के ये सेट रूल्स भी उस किताब में होने चाहिए जैसे सुसंगत रहना, प्यार करना, बच्चों के साथ सम्मान से पेश आना, नियम बनाना, और कठोर अनुशासन से बचना.

3. क्या ये पढ़ने में रोचक या मज़ेदार है? 

kidsstoppress

अगर बुक पढ़ने में मज़ेदार नहीं है तो आप उसे शायद ही ख़त्म कर पाएंगे और फिर कुछ सीखने की बात तो भूल ही जाइए. इसलिए किताब ख़रीदने से पहले उसका पहला पन्ना पढ़ें फिर बीच से कोई पेज पढ़ देखें की वो रोचक है कि नहीं. ध्यान रखें कि उस बुक को छोटे-छोटे अंतराल में पढ़ा जा सकता हो और वो आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाली हो.

4. क्या ये यथार्थवादी है? 

kindercare

ऐसी बुक से दूर ही रहें जो बताती है उनके तरीके ही बेस्ट हैं, जबकि आज़माने पर वो टिक न पाते हैं. जो अपने तरीकों के असफल होने के बजाए आप में ही दोष निकाले. एक पैरेंटिंग पुस्तक संदर्भ और जटिलता की सराहना करती है और पाठक को बताती है कि उसमें बताए गए सभी उपाय या प्रश्नों के जवाब सही नहीं हैं. ये सुनिश्चित करें की उनमें जो उपाय बताए गए हैं वो किए जा सकने योग्य हैं या नहीं. 

5. क्या बुक आपको प्रेरित करती या आपके अंदर आशाएं जगाती है? 

onmanorama

कुछ पुस्तकों का नाम वैसा ही होता है जिस समस्या से आप जूझ रहे हैं होते हैं. इनसे बचना चाहिए. क्योंकि कई बार इनमें लिखे सख्त नियम पैरेंट्स को अवसाद और तनाव में डाल देती हैं. इसलिए ऐसी बुक ख़रीदें जो आपको प्रेरित करें और आशावादी बनाए.

आप या आपके जानकारी में कोई भी पैरेंटिंग बुक (Parenting Book) ख़रीद रहा तो उससे ये टिप्स ज़रूर शेयर करना.   

आपको ये भी पसंद आएगा
बढ़ती उम्र में स्किन प्रॉब्लम्स से हैं परेशान तो ये 10 Skin Care Products हैं उस परेशानी का समाधान
Men’s Suit Wearing Rules: सूट पहनकर दिखना चाहते हैं झक्कास, तो ये 20 रूल्स हमेशा याद रखें
Snoring Remedies: खर्राटे की समस्या हो सकती है छूमंतर, आज़माकर देखिए ये 10 घरेलू उपाय
क्या आपके भी होंठ हो रहे हैं काले, जानिए इन्हें ठीक करने के घरेलू उपचार
इत्र, परफ़्यूम और डियो में क्या है अंतर, समझिए ताकि आप इनका सही तरीके से यूज़ कर पाएं
देशभर में तेज़ी से फैल रहा H3N2 Influenza Virus क्या है और जानिए इससे कैसे बचा जा सकता है