Air Pollution: अमेरिका में शिकागो के उपनगर में बनी LanzaTech की प्रयोगशाला में कांच की दर्ज़नों टंकियों में भरे मटमैले पीले रंग के तरल से बुलबुले उठ रहे हैं. इसमें अरबों बैक्टीरिया हैं जो भूख से बिलबिला रहे हैं. इनका भोजन है, गंदी हवा. वास्तव में यह एक रिसाइकिल सिस्टम का पहला चरण है. इस सिस्टम के जरिये ग्रीन हाउस गैसों को उपयोगी सामान में बदला जा रहा है.
Air Pollution
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उत्सर्जन से बनी ड्रेस
नये सूक्ष्म जीवों के प्रयोग के लिए LanzaTech को लाइसेंस मिलने के बाद चीन की तीन फ़ैक्ट्रियों में उनसे सामान बनाना भी शुरू हो गया है और Zara, Lo Real जैसे अंतरराष्ट्रीय फ़ैशन ब्रांड ने उनसे करार भी किया है. LanzaTech के गठन के एक साल बाद उससे जुड़ने वाले मिषाएल कोपके कहते हैं,
मैंने नहीं सोचा था कि 14 साल बाद हमारे पास बाज़ार में एक कॉकटेल ड्रेस होगी जो लोहे के उत्सर्जन से बनी होगी.
ब्रिटेन के प्रिंस विलियम और ब्रॉडकास्टर डेविड एटनबरो ने पर्यावरण के लिए काम करने वालों को सम्मानित करने के लिए एक अर्थशॉट अवॉर्ड की शुरुआत की है. कुल पांच विजेताओं को ये पुरस्कार दिये जाएंगे. इसके लिए आख़िरी 15 नामों में एक नाम LanzaTech का भी है.
LanzaTech का कहना है कि,
अब तक उसने 2 लाख मीट्रिक टन से ज़्यादा कार्बन डाइ ऑक्साइड को वातावरण से बाहर निकाला है और इनकी मदद से क़रीब 5 करोड़ गैलन एथेनॉल बनाया है.
कोपके का कहना है कि, ‘जब हम जलवायु परिवर्तन से लड़ाई के बारे में बात करते हैं तो यह काम सागर से एक बाल्टी पानी निकालने जैसा ही है.’
हालांकि, 15 साल तक प्रक्रिया को विकसित करने और बड़े पैमाने पर इसकी व्यावहारिकता को परखने के बाद कंपनी अपनी महत्वाकांक्षा को पंख दे रही है और इस मुहिम में शामिल फ़ैक्ट्रियों की संख्या बढ़ाई जा रही है.
तेल और गैस की खुदाई बंद करने का सपना
कोपके कहते हैं,
हम सचमुच उस बिंदु तक पहुंचना चाहते हैं, जहां केवल धरती के ऊपर मौजूद कार्बन का इस्तेमाल होगा और उसे लगातार सर्कुलेट किया जा जाएगा. दूसरे शब्दों में कहें तो तेल और गैस की खुदाई बंद कर दी जाएगी.
क़रीब 200 लोगों के साथ काम कर रही LanzaTech अपनी रिसाइकिलिंग तकनीक की ब्रुअरी से तुलना करती है. हालांकि, इसमें चीनी और यीस्ट से बीयर बनाने की बजाय कार्बन प्रदूषण और बैक्टीरिया का इस्तेमाल कर एथेनॉल बनाया जाता है. इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले बैक्टीरिया की खोज खरगोश के मल में कई दशक पहले हुई थी.
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कंपनी इन्हें औद्योगिक स्थिति में रख कर इस्तेमाल के लिए तैयार करती है. बैक्टीरिया को सूखे पाउडर के रूप में चीन के कॉर्पोरेट ग्राहकों के पास भेजा जाता है. वहां से वे इसे कई मीटर ऊंची टंकियों में भर कर शिकागो वापस भेजते हैं. इस तरह की सेवा मुहैया कराने वाले कार्पोरेट ग्राहक एथेनॉल की बिक्री से होने वाले मुनाफ़े के अलावा अपने मुख्य कारोबार से होने वाले प्रदूषण की भरपाई करने का भी मौका मिलता है.
चीन में LanzaTech के ग्राहकों में एक स्टील प्लांट और दो Ferro Alloys Plant हैं. छह और ऐसे ठिकाने तैयार किये जा रहे हैं, जिनमें बेल्जियम का आर्सेलरमित्तल प्लांट और भारत की इंडियन ऑयल कंपनी भी शामिल है.
फ़ायेदमंद है बैक्टीरिया
यह बैक्टीरिया कार्बन डाइ ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड और हाइड्रोजन को पचा सकता है इसलिए यह प्रक्रिया काफ़ी लचीली है. LanzaTech की उपाध्यक्ष ज़ारा समर्स ने बताया,
हम कचरा ले सकते हैं, बायोमास ले सकते हैं और औद्योगिक संयंत्रों से निकलने वाली गैसें भी ले सकते हैं. ज़ारा ने इससे पहले 10 साल तक एक्सॉनमोबिल के साथ काम किया है.
इनसे बनाये सामान पहले ही ज़ारा के स्टोर में मिल रहीं पोशाकों में शामिल हो चुके हैं. मसलन, क़रीब 90 यूरो की क़ीमत वाली एक ड्रेस पोलिएस्टर से बनी है, जिसका 20 फ़ीसदी हिस्सा प्रदूषण फैलाने वाली गैसों से मिला है. समर्स का कहना है,
भविष्य के लिए मेरे ख़्याल से विचार यह होगा कि कुछ भी बेकार नहीं है, क्योंकि कार्बन का दोबारा इस्तेमाल हो सकता है.
LanzaTech ने एक अलग कंपनी लांज़ाजेट बनाई है जो एथेनॉल का इस्तेमाल कर सस्टेनेबल एविएशन फ़्यूल यानी SF बना रही है. SF का उत्पादन बढ़ाना बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि विमान क्षेत्र में इसका बहुत ज़्यादा इस्तेमाल है और अब वह हरित ईंधन की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है. LanzaTech को उम्मीद है कि, 2030 तक वह एक अरब गैलन SF का उत्पादन हर साल करने लगेगी.
गेहूं, चुकंदर या मक्के से बनने वाले बायोएथेनॉल की तुलना में ग्रीनहाउस गैस से बनने वाली एथेनॉल के लिए कृषि भूमि की ज़रूरत नहीं होती.