ट्रेन में सफर करते वक़्त कभी ध्यान दिया है कि रेलवे स्टेशन के नाम के पीछे PH क्यों लिखा होता है?

Kratika Nigam

PH Mean In Railway Station: भारतीय रेलवे (Indian Railway) का रेल नेटवर्क 65,000 किलोमीटर लंबा है. ये दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलवे लाइन है. ट्रेन से सभी ने सफ़र किया होगा मगर जल्दबाज़ी में सफ़र करते समय रेलवे के बहुत सी ज़रूरी बातों पर सब नज़र नहीं डाल पाते हैं. जैसे इंजन पर कुछ कोट होते हैं, टिकट बुक कराने की प्रक्रिया अलग होती है तो वहीं रेलवे स्टेशनंस से भी कुछ ज़रूरी तथ्य जुड़े होते हैं जैसे रेलवे स्टेशन के नाम के आख़िर में पीएच (PH) लिखा होता है? हो सकता है ध्यान न दिया हो लेकिन ये बहुत ही ज़रूरी जानकारी है.

Image Source: adda247

इसलिए फटाफट जान लीजिए कि PH का मतलब क्या होता है? (PH Mean In Railway Station)

ये भी पढ़ें: मालगाड़ी के डिब्बे पर लिखे Code BCN… से पता चलता है कि उसमें क्या है, अगली बार देखकर समझ जाओगे

कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रेलवे स्टेशन के आख़िर में लिखे PH का मतलब होता है ‘पैसेंजर हॉल्ट’ (Passenger Halt). इसका मतलब ये होता है कि इस स्टेशन पर सिर्फ़ पैसेंजर गाड़ियां ही रुकेंगी. ये स्टेशन बाकी स्टेशन से काफ़ी अलग और ख़ास होते हैं. पैसेंजर हॉल्ट डी क्लास के स्टेशन होते हैं जहां रेलवे द्वारा किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की नियुक्ति नहीं की जाती है. इसके अलावा, ट्रेन रोकने के लिए कोई सिग्नल भी नहीं होता है.

Image Source: quoracdn

सिग्नल नहीं होने पर यहां गाड़ियां भी रुकने का तरीक़ा अलग होता है. दरअसल, हर ड्राइवर के पास निर्देश होते हैं कि PH लिखे स्टेशन पर गाड़ी को 2 मिनट रोकें. ऐसा ड्राइवर अपनी सूझ-बूझ से करते हैं और गाड़ी को रोकते हैं.

इन स्टेशन पर टिकट देने के लिए कोई सरकारी नियुक्ति नहीं होती है. दरअसल, रेलवे आस-पास के किसी व्यक्ति को कॉन्ट्रेक्ट या कमीशन के आधार पर टिकट देने के लिए नियुक्त करता है.

Image Source: businessleague

ये भी पढ़ें: आख़िर क्यों लगाया जाता है प्लेटफ़ॉर्म और रेलवे ट्रैक के बीच में ‘लकड़ी का गुटका’?

आपको बता दें, PH लिखे स्टेशन कम ही हैं इसकी वजह ये है कि इनसे कोई ख़ास रेवेन्यू नहीं मिलता है. इसलिए रेलवे इन पर ज़्यादा ध्यान नहीं देता है. मगर पैसेंजर गाड़ियों की ज़रूरत देखते हुए स्थानीय लोगों की मांग पर रेलवे इन स्टेशनों को चालू करती है.

आपको ये भी पसंद आएगा
Kavach System: जानिए क्या है रेलवे का ‘कवच’, जिसकी Odisha Train Accident के बाद हो रही है चर्चा
देबोलीना रॉय: ये हैं त्रिपुरा की पहली महिला लोको पायलट, जल्द ही शुरू करेंगी इंडियन रेलवे में काम
ट्रेन से इमरजेंसी ट्रैवलिंग में वेटिंग टिकट नहीं बल्कि ऐसे मिल सकती हैं कंफ़र्म टिकट
भारतीय रेलवे से जुड़े रोचक तथ्य, पहली पैसेंजर, पहली मालगाड़ी से लेकर शुरुआत सब जान लो
मालगाड़ी के डिब्बे पर लिखे Code BCN… से पता चलता है कि उसमें क्या है, अगली बार देखकर समझ जाओगे
ग़रीब रथ नाम रखने के पीछे है ये वज़ह, जानिए AC में इतना सस्ता ट्रेन यात्रा क्यों शुरू हुआ था