पीने या फिर घरेलू उपयोग में इस्तेमाल होने वाले पानी (Water) को रोगाणु रहित बनाने के लिए उसे उबालना एक आसान और अच्छा तरीका है. मगर अधिक मात्रा में पानी को कीटाणु रहित बनाने के लिए Chlorination (क्लोरीनीकरण) बेस्ट उपाय है. क्लोरीनेशन क्या होता है और क्या है Chlorinated Water के फ़ायदे, चलिए मिलकर जानते हैं.
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क्लोरीनेशन क्या होता है?
Chlorination (क्लोरीनीकरण) पानी को साफ़ करने की एक विधि है. इस तकनीक में पीने के पानी में क्लोरीन (Chlorine) मिलाया जाता है ताकी परजीवी, बैक्टीरिया और बीमारी पैदा करने वाले वायरस को ख़त्म किया जा सके. जल जनित रोगों जैसे हैजा, टाइफ़ाइड और पेचिश के कारण होने वाली मृत्यु से बचने के लिए क्लोरीनीकरण पानी को शुद्ध करने का आम और कारगर तकनीक है.
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इसे तीन प्रकार से किया जा सकता है ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरीन की गोली और सोडियम हाइपोक्लोराइट (Sodium Hypochlorite) की मदद से.
क्लोरीनीकरण की मदद से कैसे पानी को शुद्ध करें?
-साफ़ कपड़े या कॉफ़ी फ़िल्टर की मदद से पहले पानी में मौजूद बड़ी अशुद्धियां छान लें. जिस बर्तन में पानी छान रहे हैं वो भी साफ़ होना चाहिए.
चलिए अब जानते हैं क्लोरीनीकरण के लाभ के बारे में…
1. जीवाणुओं को नष्ट करने में कारगर साबित होता है.
अधिक क्लोरीन युक्त पानी (Chlorinated Water) या फिर ज़्यादा दिनों तक इस पानी को पीने के नुकसान
1. इससे पेट से जुड़ी बीमारियां- उल्टियां और दस्त आदि हो सकते हैं.
नोट: जहां तक हो सके क्लोरीन युक्त (Chlorinated Water) पानी को न पीने की कोशिश करें. आपदा के समय में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन लंबे समय तक इसका उपयोग करना हमेशा हानिकारक ही साबित होता है.