अपने शहर से निकल कर दूसरे शहर में कदम रखना, किसी चैलेंज से कम नहीं होता और इससे भी बड़ा चैलेंज होता उस अजनबी जगह पर रहने के लिए मकान ढूंढना. अब इस बीच हमें कई तरह के मकान मालिकों से भी दो-चार होना पड़ता है. भाई सच में ये किराये के मकान पर रहने का अनुभव, तो यही कहता है कि अगले जन्म मुझे सब कुछ दीजो, बस ऐसे ख़तरनाक लैंडलॉर्ड्स मत दीजो.
क्या करें किराये पर घर देने से पहले इनकी शर्तें ही इतनी अजीबोगरीब होती हैं. ये कहते कुछ हैं और इनके कहने का मतलब कुछ और ही होता है. मकान मालिकों द्वारा कही जाने वाली बातों की एक छोटी सी लिस्ट हमने भी तैयार की है, इन नमूनों पर एक नज़र आप भी डाल लीजिये.
1. क्या कहते हैं?
कभी भी आओ कभी जाओ, हमें कोई दिक्कत नहीं है.
कहना क्या चाहते हैं?
बस 10.30 बजे के बाद घर में एंट्री नहीं मिलेगी.
2. क्या कहते हैं?
हमारे यहां कोई नॉनवेज नहीं खाता, लेकिन तुम्हें खाना है तो बना सकते हो.
कहना क्या चाहते हैं?
वैसे तुम्हें भी नॉनवेज खाने की ज़रूरत ही क्या है?
3. क्या कहते हैं?
किराया एक-दो दिन ऊपर-नीचे होगा, तो कोई दिक्कत नहीं है.
कहना क्या चाहते हैं?
टाइम पर दोगे, तो ज़्यादा अच्छा रहेगा.
4. क्या कहते हैं?
तुम्हें अकेले रहना है, हमें क्या दिक्कत होगी भला.
कहना क्या चाहते हैं?
दोस्तों के आने-जाने पर सख़्त मनाही है.
5. क्या कहते हैं?
अच्छा वैसे ज़्यादा पार्टी-वार्टी, तो नहीं करते न.
कहना क्या चाहते हैं?
क्योंकि हमारे घर पर पार्टी Allow नहीं है.
6. क्या कहते हैं?
हमें बिल्कुल अपने मम्मी-पापा की तरह समझना.
कहना क्या चाहते हैं?
घर में ज़रा सी भी तोड़-फोड़ हुई, तो एक्स्ट्रा पैसे देने के लिये तैयार रहना.
7. क्या कहते हैं?
तुमसे पहले कई लोग आये घर देखने, पर हमें ठीक नहीं लगे तो किराये पर नहीं उठाया.
कहना क्या चाहते हैं?
तुम्हें दे कर अहसान कर रहे हैं समझे!
8. क्या कहते हैं?
मोहल्ले में हमारी काफ़ी इज़्ज़त है.
कहना क्या चाहते हैं?
ख़बरदार जो कभी कोई लड़की/लड़का रूम पर आया तो.
9. क्या कहते हैं?
हमारे यहां सब टाइम से सोते और जागते हैं.
कहना क्या चाहते हैं?
कृपया शांति बनाये रखने में सहयोग दें.
10. क्या कहते हैं?
जाते वक़्त रूम की लाइट वग़ैरह चेक कर लिया करना.
कहना क्या चाहते हैं?
वरना बिल तुम्हें ही भरना पड़ेगा.
11. क्या कहते हैं?
छोटी-छोटी बातों पर हमें किचकिच बिल्कुल पसंद नहीं.
कहना क्या चाहते हैं?
इसीलिए जो बोले शांति से मान लेना.
12. क्या कहते हैं?
हमारा घर सभी के लिए काफ़ी लकी साबित होता है.
कहना क्या चाहते हैं?
अब घर लेने में ज़्यादा देरी मत करो.
एक बैचलर का हाल सिर्फ़ एक बैचलर ही समझा सकता है, ये मकान मालिक नहीं. हांलाकि, सभी लैंडलॉर्ड्स एेसे नहीं होते. यही नहीं, इनमें से कुछ तो ऐसे होते हैं, जिन्हें रूम देने के बाद सिर्फ़ पैसों से मतलब होता है. आप क्या कर रहे हैं और क्या नहीं इससे उन्हें कुछ फ़र्क नहीं पड़ता. ख़ैर, ऐसे मकान मालिकों के साथ रहने का भी अपना अलग ही मज़ा है.