ज़रा सोचिए क्या हो अगर आपने फ़ंगस खा लिया? यहां जानिए पूरी जानकारी

Nripendra

कोरोना महामारी के बीच ब्लैक व ग्रीन के साथ अन्य रंगों के फ़ंगस की भी ख़बरें सामने आई हैं. ऐसे में फ़ंगस से जुड़ी जानकारी आपको होनी चाहिए. वहीं, आपको यह भी पता होना चाहिए कि अगर ग़लती से आप फ़ंगस को खा लेते हैं, तो शरीर में इसकी क्या प्रतिक्रिया होगी. वैसे आपको बता दें कि हम अपने दैनिक जीवन में कई तरह के फ़ंगस को खा जाते हैं. लेकिन, कौन-सा फ़ंगस अच्छा है और कौन-सा नहीं, इस विषय में आपको पूरी जानकारी होनी जरूरी है. आइये खाने और न खाने वाले फ़ंगस के विषय में आपको जानकारी देते हैं.   

क्या है फ़ंगस?  

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फ़ंगस यानी कवक जीवित जीवों का एक समूह है, जो अपने ही किंगडम में वर्गीकृत होते हैं। ये कोई जानवर, पौधे या बैक्टीरिया नहीं हैं। बैक्टीरिया से अलग, फ़ंगस में जानवरों और पौधों जैसी जटिल यूकेरियोटिक कोशिकाएं (एक प्रकारी की सेल्स) होती हैं।     

मशरूम भी है एक तरह का फ़ंगस   

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आपको जानकर हैरानी होगी कि मशरूम भी एक तरह का फ़ंगस यानी फ़ंगी है. दरअसल, मुख्य रूप से फ़ंगस को चार भागों में बांटा जाता है, एक क्लब फ़ंगी, दूसरा मोल्ड, तीसरा सैक फ़ंगी और चौथा इमपरफ़ेक्ट फ़ंगी. मशरूम, क्लब फ़ंगी की श्रेणी में आता है.   

नहीं होता क्लोरोफ़िल   

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पौधों की मुख्य विशेषता यह है कि उनमें क्लोरोफ़िल होता है, जिसका उपयोग वो सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा को कार्बोहाइड्रेट में परिवर्तित करने के लिए करते हैं. वहीं, मशरूम में कोई क्लोरोफ़िल नहीं होता है, यानी वे प्रकाश संश्लेषण नहीं कर सकते हैं. वे पौधों से आवश्यक कार्बोहाइड्रेट चोरी करते हैं.  

कई प्रजातियां हैं मशरूम की   

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आपको जानकर हैरान होगी कि मशरूम की लगभग 50 हज़ार प्रजातियां मौजूद हैं. जिनमें कई ख़तरनाक प्रजातियां हैं, जो मतिभ्रम का कारण बन सकती हैं. वहीं, इनमें कुछ प्रतिशत ज़हरीली प्रजातियां भी हैं. इसके अलावा, बहुत सी प्रजातियां ऐसी हैं, जिनका सेवन सुरक्षित माना जाता है.   

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खाने योग्य सुरक्षित प्रजातियां   

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भारत में मुख्य रूप से मशरूम की 8 प्रजातियों को सुरक्षित माना गया है. जिनमें शामिल हैं व्हाइट बटन मशरूम, पोर्टोबेलो मशरूम, शिटाकी मशरूम, सीप मशरूम,एनोकी मशरूम, शिमेजी मशरूम और पॉर्सिनी मशरूम. 

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क्या है मोल्ड और यीस्ट?     

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मोल्ड वो फफूंद हैं, जो अक्सर पुरानी ब्रेड या तीन-चार दिन तक रखे हुए बने चावल पर जमा हो जाते हैं. वहीं, यीस्ट जिसे ख़मीर भी कहा जाता है, एक कोशिका वाले ऑर्गेनिज्म होते हैं. इनका उपयोग अक्सर फ़र्मेंटेशन प्रक्रिया के लिए किया जाता है.   

ये फ़ंगस बन सकते हैं नुक़सान का कारण   

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हमने ऊपर सुरक्षित फ़ंगस के बारे में बताया है. वहीं मोल्ड और मिल्ड्यू वो फंगस के प्रकार हैं, जिनका ग़लती सेवन सेवन शरीर को बीमार कर सकता है. इनसे संक्रमित व्यक्ति को उल्टी व दस्त जैसी समस्या हो सकती हैं. इसके अलावा, इसके गंभीर परिणाम भी सामने आ सकते हैं. इसलिए, पुरानी ब्रेड को खाने के लिए मना किया जाता है, क्योंकि उन पर जल्द मोल्ड जम जाते हैं.  

वहीं, कुछ लोगों को मोल्ड से श्वसन संबंधी एलर्जी होती है और मोल्ड युक्त भोजन के सेवन से ऐसे लोगों में एलर्जी की गंभीर प्रतिक्रिया दिख सकती है. 

उम्मीद है कि इस लेख के ज़रिए अब आप समझ गए होंगे कि आपके लिए कौन-सा फ़ंगस सुरक्षित है और कौन-सा नहीं. विषय से जुड़े किसी भी सवाल के लिए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.   

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