साल जाने वाला है. साल के ख़त्म होने से पहले क्रिसमस का त्यौहार आता है. इस त्यौहार को क्रिसमस ट्री, रम केक, सांता क्लॉज और Mulled Wine के साथ मनाया जाता है. मगर कभी सोचा है इस दिन Mulled Wine पीने का चलन कहां से आया? आइये जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी.
क्या होती है Mulled Wine?
इसे Spiced Wine भी कहते हैं. इस Red Wine में ख़ास तरह के मसाले और कभी-कभी किशमिश मिला कर बनाया जाता है. इसे गर्म-गर्म ही सर्व करते हैं. इसमें एल्कोहल होता है मगर बिना एल्कोहल के भी Mulled Wine बनाई जाती है. गर्म होने की वजह से इसे सर्दियों में ख़ूब पिया जाता है.
इतिहास क्या है Mulled Wine का?
इतिहासकारों की माने तो दूसरी शताब्दी के दौरान रोम में पहली बार इस तरह की Wine चलन में आयी थी. गर्म होने के चलते ये सर्दियों में सबकी पसंदीदा Wine बन गयी. इसमें पड़े मसाले अलग तरह की ख़ुश्बू तो पैदा करते ही थे, साथ में सेहतमंद भी होते थे.
क्रिसमस के दिन पीने का कारण
स्वाद सरहद नहीं जानता, तो जब रोम के लोगों ने यूरोप भर में यात्रा की तो उनके साथ ये Wine भी ख़ूब घूमी और जल्द ही यूरोप के लोग भी Mulled Wine पीने लगे. समय के साथ इस Wine में बदलाव भी आये. यूरोपीयों ने अतिरिक्त मिठास के लिए जड़ी-बूटी और फूलों को भी इसमें जोड़ दिया. चूंकि इसे सर्दियों में पिया जाता था इसलिए धीरे-धीरे इसे क्रिसमस के दौरान पिया जाने लगा क्योंकि इस वक़्त दोस्त और परिवार के लोग साथ होते थे. धीरे-धीरे ये एक ट्रेडिशन बना गया जिसे आज भी फ़ॉलो किया जाता है.
Merry Christmas!