Why Human Started Kissing: Valentine Week में कपल्स का आज फ़ेवरेट दिन है. यानि Kiss Day. पुच्चम-पुच्चा का दौर आज तूफ़ान मचाएगा. मगर कभी आपने सोचने की ज़ेहमत उठाई है कि आख़िर Kiss की शुरुआत कैसे हुई होगी? जी हां, आख़िर पहली बार किसी ने चुम्मी, पप्पी, पुच्ची, चुंबन या जो भी आप कहते हों, लिया होगा तो क्यों और कहां… चलिए आज इसी पर बात करते हैं.
क्या ‘हसीन हादसा’ था पहला Kiss?
अब देखो एंथ्रोपोलॉजिस्ट Kiss की शुरुआत को लेकर अलग-अलग थ्योरी देते हैं. कुछ का मानना है कि इसकी शुरुआत मां के अपने बच्चों को खाना खिलाने से हुई होगी. आपने गौर किया होगा कि कुछ जानवर अपने बच्चों को खाना खिलाने से पहले ख़ुद चबाते हैं और फिर अपने मुंह से निवाला बच्चों को खिलाते हैं. इसे ‘Premastication Food Transfer’ कहते हैं. माना जाता है कि इंसान भी पहले ऐसा ही करते थे. चिंपाजी अभी भी ऐसा करते हैं. यहां तक कि वो जब अपने बच्चों को दुलारते हैं तो भी Kiss करते हैं. ऐसे में ये माना जाता है कि इंसानों ने भी ये आदत अपने पूर्वजों से सीखी होगी.
Why Human Started Kissing?
मगर ज़्यादातर की राय है कि पहला Kiss हादसा रहा होगा, जो कि पसंद आ गया. एक स्टडी के मुताबिक, सूंघते हुए हमने अचानक एक-दूसरे को चूम लिया होगा. दरअसल, पुराने समय में एक-दूसरे को मिलते हुए सूंघने का चलन था. बहुत सी सोसायटी में सूंघना ही एक तरह का अभिवादन था. सूंघते हुए ही एकाएक किसी जोड़े ने चुंबन ले लिया होगा. ऐसा करने पर उन्हें अच्छा लगा होगा और फिर वहां से Kiss का चलन शुरू हो गया होगा.
किसी भी प्रकार के चुंबन का सबसे पुराना उदाहरण हमें क़रीब 2500 या 3500 साल पहले भारतीय वैदिक संस्कृति में मिलता है. जिससे पता चला कि आंख के ठीक नीचे सिबेसियस ग्रंथियां (तेल ग्रंथियां) होती हैं जो हर व्यक्ति के लिए एक अनूठा गंध उत्पन्न करती हैं. प्राचीन उत्तर भारत में लोग एक दूसरे को सूंघते थे और जब इस दौरान वे अपनी नाक एक-दूसरे के गालों पर ले जाते थे, जो कभी-कभी फिसल कर होठों पर पहुंचते थे. होंठ बेहद संवेदनशील होते हैं. ऐसे में उन्होंने पाया होगा कि चुंबन करना एक-दूसरे को सूंघने से कहीं अधिक सुखद होगा.
सब नहीं करते होंठों पर Kiss
हमें ऐसा लगता है कि हर संस्कृति में होंठों पर Kiss किया जाता होगा. हालांकि, ये सच नहीं है. अमेरिकी एंथ्रोपोलॉजिस्ट एसोसिएशन ने कुछ साल पहले एक रिसर्च की, जिसमें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के 168 कल्चर्स को शामिल किया गया. मालूम पड़ा कि महज़ 46 फ़ीसदी लोग ही चुंबन को रोमांस से जोड़ते हैं, ख़ासकर होठों पर चुंबन. बाकियों ने Kiss के इस रूप को रोमांस से जोड़ने से साफ इनकार कर दिया.
यहां तक कि बहुत सी संस्कृतियों में होंठों पर Kiss किया ही नहीं जाता. बल्क़ि, वो अलग तरह से Kiss करते हैं. मसलन, कुछ जगह पर पलक से पलक को मिलाते हैं, कुछ जगह भौंओं पर चुंबन करते हैं तो कुछ ऐसी भी संस्कृतियां हैं, जहां Kiss होता ही नहीं. जैसे सोमालिया में Kiss को बीमारी फैलानी की साजिश की तरह देखते हैं और इसे खराब मानते हैं. इसी तरह से बोलिविया का सिरिओनो ट्राइब किसिंग से एकदम अछूता है.
इतिहास में चुंबन पर बैन भी लग चुका है. रोमन शासक टाइबेरिअस ने होठों पर चुंबन पर बैन लगा दिया क्योंकि इससे यौन रोग फैलने का डर रहता था. 17वीं सदी में जब दुनिया का बड़ा हिस्सा प्लेग से दम तोड़ रहा था, तब भी ब्रिटेन समेत कई देशों ने चूमने पर रोक लगा दी थी.
ये भी पढ़ें: Kissing के ये 7 Health Benefits आपको और आपके पार्टनर को रखेंगे स्वस्थ और मस्त