दलिया ये वो शब्द है जिसका नाम सुनते ही बचपन में मैं खाना न खाने के 10 बहाने बना लेती थी. फिर चाहे मम्मी पीछे-पीछे दौड़ती रहें थोड़ा सा दलिया खिलाने के लिए. कितनी बार तो ऐसा होता था कि मीठा या नमकीन दलिया खाने के बदले मैंने अपनी कई ग़ैर-ज़रूरी ज़िद भी पूरी कराई थीं. जब घर में दलिया बनता था, तो हर बार मम्मी इसको खाने के न जाने कितने फ़ायदे दीना देती थीं. मगर मजाल थी, जो मैं बिना नाक-मुंह सिकोड़े दलिया खाती थी.
पर अब जब भी दलिया खाती हूं, तो समझ आता है कि क्यों मम्मी हमेशा कहती थीं कि दलिया फ़ायदेमंद होता है. शरीर को फ़ायदा करने वाली ऐसी कौन सी क्वालिटी है जो दलिया में मौजूद नहीं है. दलिया में भरपूर मात्रा में फ़ाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी पाया जाता है. दलिया खाने से शरीर में फ़ैट नहीं बढ़ता और बॉडी फ़िट रहती है. इसके सेवन से कैलोरी भी तेजी से बर्न होती है. सुबह के नाश्ते में नमकीन दलिया बनाकर खाकर पेट की चर्बी कम की जा सकती है. इसे पकने में महज 10 से 15 मिनट का समय लगता है.
लेकिन आज इस सुपरफ़ूड जो पौष्टिक तत्वों का भंडार है को ओट्स और पुडिंग्स ने रिप्लेस कर दिया है. आज की दौड़ती-भागती ज़िन्दगी में न ही लोगों के पास टाइम है और न ही वो कोई मेहनत करना चाहते हैं. और ओट्स तो माइक्रोवेव में सेकेंड्स में बन कर तैयार हो जाते हैं. ऐसा नहीं है कि ओट्स स्वास्थ्य के लिए नुक्सानदायक होते हैं. ओट्स में भी दलिया वाले सारे गुण होते हैं.
आजकल वज़न कम करने के लिए लोग ब्रेकफ़ास्ट में ओट्स खाना पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें भी काफ़ी मात्रा में प्रोटीन और फ़ाइबर होता है, जो वज़न करने में मदद करता है. पर पुराने ज़माने में भी लोग फ़िट रहते थे और वो नाश्ते में दूध दलिया यानि मीठा दलिया या फिर सब सब्ज़ियां डालकर नमकीन दलिया खाते थे और वो आज के ज़माने के लोगों से ज़्यादा फ़िट और हेल्दी रहते थे.
आपने गौर किया होगा कि आजकल हर डाइटीशियन ब्रेकफास्ट में ओट्स खाने की सलाह देते हैं. लेकिन क्या आपको लगता है कि ये रेडी तो कुक पैक्ड फ़ूड आइटम्स हेल्दी होते हैं. क्योंकि इनमें सब्ज़ियों के साथ-साथ कई फ़्लेवर्स भी आते हैं, और इनको ज़्यादा दिनों तक चलाने के लिए इनमें कई तरह के प्रिज़र्ववेटिव्स डाले जाते हैं. तो अब आओ ही बताइये कि ये हेल्दी कैसे हो सकते हैं.
समय की कमी और भाग-दौड़ के बीच हम हेल्दी और अपनी देसी चीज़ों को छोड़कर कर पैक्ड चीज़ों के पीछे भाग रहे हैं और अपने देश के सुपरफ़ूड को दरकिनार करते जा रहे हैं.
तो चलिए चलते-चलते आपको इस सुपरफ़ूड दलिया के गुणों के बारे में भी कुछ बता दिया जाए. पौष्टिक तत्वों का भण्डार ये दलिया कब्ज़ को दूर रखने में मदद करता है, डाइबिटीज़ में फ़ायदेमंद होता है, दिल सम्बन्धी बीमारियों को दूर रखता है, वज़न घटाने के लिए सच्चा साथी होता है और आपके एनर्जी लेवल को बढ़ता है.
आपको बता दें वैसे तो दलिया मार्किट में आसानी से उपलब्ध होता है, पर अगर आप चाहें तो गेहूं को मिक्सी में थोड़ा ग्राइंग कर के भी बना सकती हैं. ये दलिया प्रोटीन, फ़ाइबर का भण्डार होता है, आपको बता दें कि सिर्फ़ एक कटोरी दलिया. फ़िटनेस के लिए रामबाण है एक कटोरी दलिया. और अगर आप हेल्थ फ़्रीक़ हैं तो आपको तो दलिया ज़रूर और रोज़ाना खाना चाहिए.
आखिर में तो मैं आपसे यही कहना चाहूंगी कि अब मुझे पता चला है कि मम्मी बचपन में जो भी हमको खिलाने की कोशिश करती थीं, वो हमारे फ़ायदे के लिए ही होता था.