World Malaria Day: वर्तमान में भारत सहित पूरी दुनिया में कोरोना अपने पैर फिर से पसार रहा है. चीन और यूरोप के कुछ देशों में लॉकडाउन लगाने तक की नौबत आ गई है. तो वहीं दूसरी ओर पूरी दुनिया में ‘विश्व मलेरिया दिवस’ (World Malaria Day 2022) मनाया जा रहा है. विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को मनाया जाता है. आपको बता दूं, जितने जानलेवा कोरोना वायरस और उसके सब वेरिएंट हैं उतनी ही जानलेवा बीमारी है मलेरिया. ऐसे में दोनों से बच के रहना हमारे लिए एक बड़ा चैलेंज है.
आपको बता दूं कि कोरोना वायरस और मलेरिया बीमारी के लक्षण इतने ज़्यादा मिलते-जुलते हैं कि आम व्यक्ति उसे पहचान ही नहीं सकता कि उसे कोरोना हुआ है या मलेरिया.
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि कोरोना वायरस (Corona Virus) और मलेरिया बीमारी क्या है? और कोरोना और मलेरिया के लक्षणों में कौन-से बारीक़ अंतर हैं, जिससे हम कोरोना और मलेरिया में अंतर कर पाएं.
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World Malaria Day
कोरोना वायरस क्या है? (Corona Virus)
कोरोना वायरस (Corona Virus) ये इंसान के शरीर में ख़ांसी-ज़ुकाम से लेकर श्वसन तंत्र तक गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है. इसके अलावा कोरोना वायरस से SARS और MERS जैसी जानलेवा बीमारियां भी हो सकती हैं. रिसर्च से पता चला है कि, कोरोना वायरस जानवरों से इंसानों में आया हैं. ये एक संक्रमणीय वायरस है जो तेज़ी से फैलता है.
कोरोना वायरस के लक्षण
– बुख़ार
मलेरिया बीमारी क्या है? (What is Malaria?)
मलेरिया (Malaria) बीमारी मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है. इस मच्छर के काटते ही व्यक्ति के शरीर में प्लाज़्मोडियम (Plasmodium) नामक बैक्टीरिया प्रवेश कर जाता है, जिसके बाद बैक्टीरिया मरीज़ के शरीर में पहुंचकर उसमें कई गुना वृद्धि कर देता है. जब ये बैक्टीरिया लिवर और ब्लड सेल्स को इंफ़ेक्ट कर देते हैं तब मरीज़ बीमार पड़ जाता है. समय पर इलाज़ न मिलने पर मलेरिया बीमारी जानलेवा भी हो सकती है.
मलेरिया बीमारी के लक्षण
– ठंड लगना
इन लक्षणों से पता कर सकते हैं कोरोना है या मलेरिया
1. मच्छर काटने से मलेरिया होता है
मलेरिया (World Malaria Day) बीमारी किसी संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है, जबकि कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से फैलता है. कोरोना के वायरस फैलने के पीछे मुख्य वजह होती है कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ के ख़ांसने, छींकने या उनके संपर्क में आने से.
2. मलेरिया होने पर शरीर के ऑर्गन्स डैमेज हो सकते हैं
मलेरिया बीमारी के लक्षण संक्रामक मच्छर के काटने के बाद 10 से 15 दिनों के अंदर महसूस होते हैं. वयस्क इंसान को मलेरिया होने पर मरीज़ के शरीर के कई ऑर्गन डैमेज हो सकते हैं, जबकि मलेरिया से पीड़ित बच्चों में सांस से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती हैं. वहीं कोरोना के मरीज़ों में भी सांस से जुड़े लक्षण ही दिखाई देते हैं. कोरोना और मलेरिया के बीच एक सामान्य बात यही है कि कोई संक्रमित (इंफ़ेक्टेड) मरीज़ बिना लक्षण नज़र आए भी अलग-अलग तरीक़े से इंफ़ेक्शन को फैलाते रहता है.
3. बुख़ार आने पर दोनों का टेस्ट कराना चाहिए
बुख़ार होने का मतलब ये नहीं है कि आपको सिर्फ़ कोरोना ही हो. वर्तमान में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनकी कोरोना टेस्ट नेगेटिव आई पर मलेरिया टेस्ट पॉज़िटिव आई. कुछ मरीज़ों में कोरोना और मलेरिया (World Malaria Day) दोनों एक साथ होने की भी रिपोर्ट आई है.
4. फैलने का तरीक़ा अलग है
मलेरिया बीमारी (World Malaria Day) ये एक संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है जबकि कोरोना वायरस का प्रसार संक्रमित मरीज़ के संपर्क के माध्यम से हो सकता है. अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में थे, जिसकी कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है तो हो सकता है कि आपको कोरोना हो, इसलिए बिना लापरवाही बरते तुरंत कोरोना टेस्ट कराएं.
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