एक सरकारी डेटा के मुताबिक़, एंटी-एयर पॉल्यूशन नियमों का उल्लंघन करने के लिए दिल्लीवालों पर 99,202 चलान किए गए. इन चालानों से ट्रैफ़िक पुलिस ने 14 करोड़ का जुर्माना इकट्ठा किया.
New Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक़, Delhi Pollution Control Committee (DPCC), Delhi State Industrial and Infrastructure Development Corporation Ltd, Public Works Department, District Magistrates और Municipal Corporations के सदस्यों को मिलाकर नियम तोड़ने वालों की पहचान करने के लिए तीन टीम बनाई गई थी.
इन टीमों ने Construction और Demolition Waste को फेंकने, कूड़ा-कचरा जलाने आदि की रोकथाम के लिए 19000 से ज़्यादा इंसपेक्शन्स किए.
सरकार की तरफ़ से जारी किए गए एक स्टेटमेंट के मुताबिक़, ‘अलग-अलग एजेंसियों ने 13.99 करोड़ का Environmental Compensation लगाया. एक स्पेशल ड्राइव के तहत Municipal Corporations और Public Works Department ने अक्टूबर 16 से अब तक 29, 044 मेट्रिक टन Construction और Demolition Waste इकट्ठा किया.’
पिछले 15 दिनों में क़ानून तोड़ने वालों पर 57 लाख का जुर्माना लगाया गया है.
DPCC ने Ready Mix Concrete Plants पर भी नियमों का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया है.
Piped Natural Gas न लगाने की वजह से 1319 Industrial Plants को 8 नवंबर तक बंद किया गया है.
एजेंसियों ने वज़ीरपुर, मायापुरी और ओखला में कड़ी कार्रवाई की है. रिपोर्ट के अनुसार पिछले 15 दिनों में वज़ीरपुर से 454 मेट्रिक टन Industrial Waste और 1100 मेट्रिक टन Demolition Waste की सफ़ाई की गई है.
इसके अलावा सरकारी एजेंसियों ने सड़कों से अतिक्रमण हटाया है.
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए बीते 4 नवंबर से ही ऑड-ईवन स्कीम फिर से शुरू कर दी है. दिवाली के बाद और किसानों द्वारा पराली जलाने की वजह से दिल्ली को हर साल की तरह इस साल भी ज़हरीली स्मॉग की चादर ने घेर लिया था.