रविवार को इथोपिया से नैरोबी जा रहा एक प्लेन क्रैश हो गया. इस दुर्घना में फ़्लाइट ET 302 में सवार 157 Passengers की मौत हो गई. इस फ़्लाइट में एक शख़्स भी जाने वाला था, लेकिन दो मिनट की देरी के चलते उसे प्लेन में बोर्ड नहीं करने दिया गया और इस तरह उसकी जान बच गई.
इस भाग्यशाली शख़्स का नाम है Antonis Mavropoulos, जो नैरोबी में UN Environment Programme में हिस्सा लेने जा रहे थे. उन्होंने फ़ेसबुक पोस्ट के ज़रिये इस बात की जानकारी दी है. ये पोस्ट लिखते हुए उन्होंने उस फ़्लाइट के टिकट की एक तस्वीर भी साझा की है.
इस भाग्यशाली यूनानी नागरिक ने इस पोस्ट में ख़ुद को सुरक्षित रखने के लिए ईश्वर का शुक्रिया अदा किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि, जब उन्हें इस दुर्घटना की जानकारी मिली, तो उन्हें बहुत दुख हुआ था.
इस प्लेन में भारत समेत 35 देशों के नागरिक सवार थे. इनमें पर्यावरण और वन मंत्रालय की सलाहकार शिखा गर्ग भी थी. वो UN Environment Programme में भाग लेने के लिए नैरोबी जा रही थीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों के प्रति दुख प्रकट करते हुए ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.
इथोपियन एयरलाइंस के मुताबिक, फ़्लाइट ET 302 ने उड़ान भरने के कुछ देरी के बाद ही प्लेन में तकनीकी गड़बड़ी होने की बात कही थी. उसके बाद पायलेट ने कंट्रोल रूम से वापस आने की इजाज़त ली, जिसे स्वीकार कर लिया गया.
मगर इसके तुरंत बाद ही प्लेन से संपर्क टूट गया और कुछ देर बाद एयरपोर्ट से 62 किलोमीटर दूर खेतों में प्लेन क्रैश हो गया. ये हादसा कैसे हुआ, इसकी फ़िलहाल इसकी जांच चल रही है.