आख़िरकार एक लंबे इतंज़ार के बाद फ़्रांस से ख़रीदे गए ‘5 राफ़ेल विमान’ आज सुरक्षित भारत पहुंच चुके हैं. क़रीब 7300 किलोमीटर का सफ़र तय कर ये सभी विमान ‘अंबाला एयरफ़ोर्स स्टेशन’ दोपहर 3:15 बजे लैंड कर चुके हैं.
भारतीय वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया ने रणनीतिक और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ‘अंबाला एयरबेस’ पहुंचे अत्याधुनिक हथियारों और मिसाइलों से लैस इन पांचों विमानों को ‘भारतीय वायुसेना’ में शामिल कर लिया है.
बता दें कि फ़्रांस के साथ हुए 36 राफ़ेल विमानों के सौदे की ये पहली खेप है. भारत ने 4 साल पहले वायुसेना के लिए 36 राफ़ेल विमान ख़रीदने के लिए फ़्रांस के साथ 59 हज़ार करोड़ रुपये का करार किया था. भारत ने राफेल सौदे में क़रीब 5341 करोड़ रुपए लड़ाकू विमानों के हथियारों पर खर्च किए हैं.
आइये जानते हैं राफ़ेल की ख़ासियत-
1- राफ़ेल की अधिकतम स्पीड 2,223 किलोमीटर प्रति घंटा है. जबकि इसकी मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है.
5- राफ़ेल की ख़ास बात ये है कि ये 360 डिग्री निगरानी रखने में सक्षम है. इसमें 3 तरह की मिसाइलें लगेंगी.
9- राफ़ेल दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है. इसे हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता है.
कितनी है राफ़ेल विमानों की क़ीमत?
36 राफ़ेल विमानों की क़ीमत 3402 मिलियन यूरो है. विमानों के स्पेयर पार्ट्स 1800 मिलियन यूरो के हैं, जबकि भारत के जलवायु के अनुरुप बनाने में 1700 मिलियन यूरो का ख़र्च हुए हैं. इसके अलावा परफ़ॉर्मेंस बेस्ड लॉजिस्टिक का ख़र्चा क़रीब 353 मिलियन यूरो आया है. 1 विमान की कीमत क़रीब 90 मिलियन यूरो यानी क़रीब 673 करोड़ रुपए है. इस विमान में लगने वाले हथियार, सिम्यूलेटर, ट्रैनिंग मिलाकर 1 राफ़ेल की क़ीमत क़रीब 1600 करोड़ रुपए होगी.