इंडियन रेलवे (Indian Railways) से जुड़े कई क़िस्से तो आप पहले भी सुन चुके होंगे, लेकिन आज हम आपको भारतीय रेलवे के कुछ ऐसे स्टेशनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने आप में यूनीक हैं. भारत में रेल को लाइफ़-लाइन के तौर पर भी जाना जाता है. क्योंकि ये हर वर्ग के लोगों के लिए यातायात का सबसे सुलभ और सस्ता साधन है. इंडियन रेलवे के मुताबिक़, भारत में कुल 7,325 रेलवे स्टेशन हैं. इनमें से कुछ स्टेशन तो ऐसे भी हैं जो दुनिया के सबसे बड़े स्टेशनों में गिने जाते हैं, जबकि कुछ अपनी अद्भुत ख़ूबियों के लिए मशहूर हैं. आज हम इसी के बारे में बात करेंगे.
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चलिए जानते हैं आख़िर क्या ख़ास बात है भारत के इन 5 रेलवे स्टेशनों की-
1- नवापुर रेलवे स्टेशन
भारत के सबसे अनोखे रेलवे स्टेशनों की लिस्ट में ‘नवापुर स्टेशन’ का नाम सबसे ऊपर आता है. इस स्टेशन का एक हिस्सा गुजरात तो दूसरा हिस्सा महाराष्ट्र में स्थित है. इसी वजह से ये रेलवे स्टेशन दो अलग-अलग राज्यों में बंटा हुआ है. इस रेलवे के प्लेटफॉर्म से लेकर बेंच तक सभी चीज़ों पर महाराष्ट्र और गुजरात का लिखा हुआ है. यही कारण है कि इस स्टेशन पर घोषणाएं भी 4 भाषाओं, अंग्रेज़ी, हिंदी, मराठी और गुजराती में की जाती हैं.
2- बिना नाम वाला रेलवे स्टेशन
पश्चिम बंगाल के बांकुरा-मैसग्राम रेलवे लाइन पर मौजूद इस बेनाम स्टेशन का निर्माण साल 2008 में किया गया था. तब इसे ‘रैनागढ़ नाम’ दिया गया था, लेकिन रैना गांव के लोगों को रेलवे स्टेशन का ये नाम पसंद नहीं आया और उन्होंने रेलवे बोर्ड में स्टेशन का नाम बदलने के लिए शिकायत कर दी. इसके बाद स्टेशन के बोर्ड से रैनागढ़ नाम हटा दिया गया. पिछले 13 सालों से ये स्टेशन बिना नाम के ही चल रहा है.
3- भवानी मंडी स्टेशन
भवानी मंडी स्टेशन दो अलग-अलग राज्यों से लिंक है. ये अनोखा स्टेशन राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच बंटा हुआ है, जिसकी वजह से भवानी मंडी पर रुकने वाली ट्रेनों का इंजन राजस्थान में तो डिब्बे मध्य प्रदेश की ज़मीन पर खड़े होते हैं. इसीलिए ‘भवानी मंडी स्टेशन’ के एक छोर पर राजस्थान का बोर्ड तो दूसरे छोर पर मध्य प्रदेश का बोर्ड लगाया गया है. दो राज्यों में बंटा होने की वजह से इस स्टेशन को भारत के सबसे अनोखे स्टेशनों में गिना जाता है.
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4- झारखंड का बेनाम स्टेशन
झारखंड की राजधानी रांची से टोरी जाने वाली ट्रेनें भी एक बेनाम स्टेशन से होकर गुजरती है. इस स्टेशन पर आपको किसी भी प्रकार का साइन बोर्ड देखने को नहीं मिलेगा. साल 2011 में जब पहली बार इस स्टेशन से ट्रेन का परिचालन हुआ था तब इसका नाम ‘बड़कीचांपी’ रखने पर विचार किया गया था. लेकिन कमले गांव के लोगों के विरोध के चलते ये स्टेशन बेनाम ही रह गया. इस स्टेशन को बनाने के लिए गांव की ज़मीन का इस्तेमाल किया गया था इसलिए गांव वाले चाहते थे कि इसका नाम ‘कमले स्टेशन’ हो.
5- अटारी रेलवे स्टेशन
ये भारत का एकमात्र ऐसा स्टेशन हैं जहां से ट्रेन पकड़ने के लिए भारतीय नागरिकों को भी वीज़ा (Visa) की ज़रूरत पड़ती है. भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित अमृतसर के अटारी स्टेशन में बिना वीज़ा के यात्रियों का आना जाना सख्त मना है. इस स्टेशन पर 24 घंटे सुरक्षा बलों की निगरानी रहती है. अगर कोई बिना वीज़ा के पकड़ा जाता है तो उस पर ’14 फ़ॉरन एक्ट’ के तहत मामला दर्ज किया जाता है और उसे कड़ी सजा भी हो सकती है.
भारतीय रेलवे स्टेशनों के बारे में ये अनोखी बातें जानकर हो गए न हैरान.
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